दो दिन पहले हुई घटना को छिपाए रहा जेल प्रशासन
लखनऊ। शनिवार की शाम केंद्रीय कारागार नैनी से एक कैदी सुरक्षाकारियों को चकमा देकर फरार हो गया। जेल की बगिया कमान में काम करने वाले कैदी को सुरक्षाकर्मियों ने लौकी, तोरई तोड़ने के काम में लगाया था। काम के दौरान सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर कैदी जेल की चहारदीवारी लांघकर भाग गया। फरारी को सूचना मिलने के बाद जेल प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। कैदी को खोजबीन के लिए टीम गठित की गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक गैंगरेप के आरोपी कालीचरण को सजा मिलने के बाद महोबा जेल से नैनी जेल स्थानांतरित किया गया था। करीब पांच माह पूर्व नैनी जेल आए कैदी कालीचरण को जेल प्रशासन के अधिकारियों ने सर्किल नंबर दो में रखा। उसको मजदूरी के लिए बगिया कमान में लगाया गया था। सूत्रों का कहना है कि शनिवार को कैदी कालीचरण को लौकी, तोरई तोड़ने के काम में लगाया था। काम के दौरान कैदी सुरक्षाकर्मियों को चकमा देकर महिला सेल के निकट लगे एक पेड़ के सहारे मेनवाल पार करके भाग गया।
बताया गया है कि शाम करीब पांच बजे जब बगिया कमान में काम कर रहे कैदियों को एकत्र करने काम शुरू हुआ। कमान में एक कैदी के कम होने की सूचना मिलने पर सुरक्षाकर्मियों ने उसकी खोजबीन शुरू की। कैदी के नहीं मिलने पर इसकी सूचना आला अफसरों को दी गई। सूचना के बाद जेल में हड़कम मच गया। प्रशासन ने खोजबीन और तलाशी के बाद भी कैदी कालीचरण नही मिला। घटना को जेल प्रशासन के अधिकारियों ने दबाए रखा। उधर इस संबंध में जब केंद्रीय कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक रंग बहादुर से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन ही नहीं उठा।
मुख्यालय कंट्रोल रूम तक को नहीं कोई सूचना
दो दिन पहले केंद्रीय कारागार नैनी से कैदी के फरार होने की सूचना कारागार मुख्यालय के कंट्रोल रूम तक को नहीं दी गई। घटना के संबंध में सोमवार की रात करीब साढ़े आठ बजे कंट्रोल रूम पर फोन किया गया तो उन्होंने बताया ऐसी किसी घटना की कोई जानकारी नहीं है। जब यह बताया गया कि घटना आज की नहीं है शनिवार की है तो उसने कहा रुकिए अभी देख कर बताता हूं। कुछ देर बाद बताया कि ऐसी किसी घटना की कोई जानकारी नहीं है।