- चौक में हुई घटना ने किया पुराने जख्मों को ताजा, पुलिस को मिलती रही है खुली चुनौती
- तत्कालीन एसएसपी प्रवीण कुमार ने खुलेआम तेजाब बिक्री रोकने के दिए थे निर्देश
- आखिर क्यों फाइलों में दफन हो जाती हैं इस तरह की कार्रवाई, मनबढ़ों पर नहीं लग पाती लगाम
ए. अहमद सौदागर
लखनऊ। राजधानी लखनऊ सहित यूपी के अलग-अलग जिलों में इससे पहले भी कई मनबढ़ कईयों के ऊपर एसिड अटैक कर पुलिस को खुली चुनौती दे चुके हैं।
वर्ष 2014 में आशियाना में कोचिंग पढ़ने जा रही एक छात्रा को अगवाकर उसके चेहरे पर तेजाब फेंक कर ज़ख़्मी कर दिया था। इस घटना के बाद तत्कालीन एसएसपी प्रवीण कुमार ने खुलेआम तेजाब बिक्री रोकने के निर्देश दिए, उनके तबादले के बाद आदेश निर्देश पुलिस की फाइलों में दफन हो कर रह गया।
राजधानी लखनऊ के चौक इलाके में बुधवार को अपने मौसेरे भाई के साथ जा रही छात्रा थी कि चौक स्टेडियम के पास लवकुश नाम का मनबढ़ तेजाब फेंक दिया।
पुलिस भले ही आरोपी को गिरफ्तार कर वाहवाही बटोरी, लेकिन कड़वा सच यही है कि सरेराह आरोपी घटना को अंजाम देकर खुली चुनौती दे डाली।
इससे पहले हुई घटनाओं को लेकर राजधानी लखनऊ पुलिस तेजाब बिक्री पर रोक लगाने के लिए अभियान छेड़ा, दो-चार कदम चलने के बाद पूरी कवायद फाइलों में दफन हो कर रह गई। पुलिस भले ही तेजाब कांड जैसी वारदात को हल्के में ले, लेकिन ये घटनाएं बेहद गंभीर हैं क्योंकि इस घटना से घायल ही नहीं लड़कियों और महिलाओं की जिंदगी से खुला खिलवाड़ है।
बिना अनुमति तेजाब बेचने वालों पर होगी कार्रवाई: कमिश्नर
चौक तेजाब कांड के बाद पुलिस ने खुलेआम तेजाब बिक्री रोकने के लिए अभियान चलाएगी। इस मामले में पुलिस कमिश्नर अमरेन्द्र कुमार सेंगर ने कहा कि जो भी दुकानदार बिना अनुमति या फिर खुलेआम तेजाब बिक्री किया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने राजधानी लखनऊ के सभी थानेदारों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी स्टेशन अफसर अपने-अपने क्षेत्र में गहनता से पड़ताल कर बताएं और गलत तरीके से तेजाब बिक्री करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि दुकानदारों के साथ बैठक कर खुलेआम तेजाब बिक्री करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।