योग केंद्र का स्थापना दिवस व जन्मोत्सव कार्यक्रम सम्पन्न

बाराबंकी। जैदपुर रॉड पल्हरी नहर पर स्थित शिव मंदिर परिसर में संचालित श्री कपिल मुनि योग एवं ध्यान साधना केंद्र का स्थापना दिवस एवं योग साधना केंद्र के सेवादार का 52वां जन्मदिन बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम में नियमित योगाभ्यास में शामिल होने वाले काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

प्रसिद्ध योगाचार्य डॉ शशि कुमार अवस्थी ने योग एवं साधना केंद्र की स्थापना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि-
कहीं बचपन संवरता है,कहीं यौवन निखरता है।
कहीं इस योग को साधे कोई योगी विचरता है।।
बनाने योग का मंदिर कपिल मुनि ध्यान का स्थल,
ऋषि योगेश्वर स्वयं बनकर वह ईश्वर खुद उतरता है।।

ठीक ऐसी ही कृपा तत्कालीन जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्रा के रुप मे इस जनपद को मिली जिसकी दूरदर्शिता थी जो इस केंद्र का निर्माण कराकर 21 जून 2015 को इस केंद्र के योग साधकों को समर्पित की उनके इस पुनीत कार्य के लिए जनपद उनका आभारी है,जहां पर तब से अब तक प्रख्यात योगाचार्य डा शशि कुमार अवस्थी, (योग,आयुर्वेद एवं दर्शन आचार्य) के द्वारा नियमित एवं निःशुल्क योग शिक्षा जन सामान्य को दी जा रही है।

आज हम सभी इसके संस्थापक के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। वहीं श्री अवस्थी के बाल सखा श्री रत्नेश कुमार जो कि विगत कई वर्षों से इस केंद्र से जुड़कर वृक्षारोपण, वृद्धावस्था सम्मान समारोह,आदि सामाजिक कार्यों को करके इस योग केंद्र को और अधिक उपयोगी बनाने के लिए कृतसंकल्प है।

हर दिन साधना के लिए आने वाले सभी योगाभ्यासियों को कोई असुविधा न् हो साथ ही योग साधना समाप्ति के उपरांत दिव्य पेय को बनाकर पिलाना आदि की व्यवस्था देख रहे श्री रामसेवक जी को उनके 52वें जन्मोत्सव पर बधाई दी गई, कार्यक्रम में साधना केंद्र के वरिष्ठ व संस्थापक सदस्य बंशराज वर्मा,हनोमान यादव,का योगदान सराहनीय रहा,वयोवृद्ध श्री बद्री प्रसाद ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी के प्रति आभार व्यक्त किया और मंदिर के सेवादार रामसेवक को स्वस्थ्य, दीर्घायु होने की शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर अशोक कुमार वर्मा, डॉ राम समुझ वर्मा, जग्गन नाथ तिवारी, बृजेश मिश्रा, राम लोटन शुक्ला, शुशील कुमार, दिलीप वर्मा नींबू लाल गुप्ता, रामानंद वर्मा, रत्नेश कुमार ,दिनेश मौर्य,संतोष वर्मा ,रामअभिलाख यादव सहित तमाम लोगों ने बधाई दी।

Religion

नवरात्र के साथ रामोपासना का महत्व, भगवान श्रीराम ने की थी देवी उपासना

विजय दशमी को शुरु हुई रावण विजय यात्रा विजय दशमी को करते हैं नीलकंठ दर्शन बलराम कुमार मणि त्रिपाठी शक्ति की उपासना के साथ शक्तिमान की भी पूजा का प्रमुख पर्व नवरात्र है। क्षत्रिय वंश की कुल देवी मां चंडिका है। श्रीराम ने भी इनकी आराधना की है। मिली जानकारी के अनुसार देवर्षि नारद ने […]

Read More
Religion

देश के मशहूर भाषा विज्ञानी से जानिए ‘विजयादशमी’ और ‘दशहरा’ का वास्तविक अर्थ’

राम, रावण, धूम-राक्षस, रक्त-बीज, कील, कवच, अर्गला, आचमन आदि शब्दों के अर्थ कमलेश कमल दशहरा क्या है? विजयादशमी क्या है?? इन प्रश्नों पर विचार करें; उससे पूर्व एक प्रश्न समुपस्थित है कि जागरण क्या है और यह जागरण हो किसका? आइए! देखते हैं:– माता का ‘जगराता’ (जागरण की रात्रि का अपभ्रंश) कर हम माता को […]

Read More
Religion

बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक दशहरा पर्व आज, जानें इस दिन क्या-क्या होता है खास

कई बरसों के दुर्लभ संयोग के बाद आया है यह शुभ दिन इस दिन होती है शस्त्र पूजा, शामी पूजा और अपराजिता पूजा  राजेन्द्र गुप्ता, ज्योतिषी और हस्तरेखाविद दशहरा, जिसे विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है, सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। […]

Read More