नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को 12वां पासपोर्ट सेवा दिवस मनाया। इस अवसर पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अपने संदेश में पासपोर्ट और संबंधित सेवाओं में 15 प्रतिशत की सराहनीय वार्षिक वृद्धि पर खुशी जताई।
विदेश मंत्री ने अपने संदेश में कहा मुझे 12वें पासपोर्ट सेवा दिवस के अवसर पर भारत और विदेशों में हमारे सभी पासपोर्ट जारी करने वाले प्राधिकरणों के साथ जुड़कर अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। विदेश मंत्रालय केंद्रीय पासपोर्ट संगठन के साथ मिलकर यह समारोह मना रहा है और भारत के नागरिकों को समयबद्ध, विश्वसनीय, सुलभ, पारदर्शी एवं कुशल तरीके से पासपोर्ट तथा उससे संबंधित सेवाएं प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहरा रहा है।
उन्होंने आगे कहा मुझे यह जानकर खुशी है कि 2023 में मंत्रालय ने हमारे नागरिकों को पासपोर्ट से जुड़ी 1.65 करोड़ सेवाएं प्रदान की। 2023 से पासपोर्ट और अन्य संबंधित सेवाओं में लगभग 15 प्रतिशत की सराहनीय वार्षिक वृद्धि हुई। 2023 में मासिक आवेदनों की संख्या 14 लाख के आंकड़े को पार कर गई।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा 24 जून 1967 को पासपोर्ट अधिनियम के अधिनियमन को चिह्नित करने के लिए 24 जून 2024 को 12वां पासपोर्ट सेवा दिवस मनाया गया। इसके साथ ही, 22-24 जून को दिल्ली में 3 दिवसीय क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी (आरपीओ) सम्मेलन आयोजित किया गया।
22 जून को आरपीओ सम्मेलन का उद्घाटन विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने किया। उन्होंने पासपोर्ट वितरण प्रणाली में निरंतर सुधार और नागरिक अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए उभरती प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाने के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर विदेश मंत्रालय में कांसुलर, पासपोर्ट एवं वीजा और प्रवासी भारतीय मामलों (सीपीवी और ओआईए) के सचिव मुक्तेश परदेशी ने केंद्रीय पासपोर्ट संगठन की उपलब्धियों की सराहना की।
विदेश मंत्रालय ने अब तक 440 डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्रों का एक विस्तृत नेटवर्क चालू किया है, जो मौजूदा 93 पासपोर्ट सेवा केंद्रों के साथ मिलकर देश में 37 क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालयों के तहत 533 पासपोर्ट आवेदन प्रसंस्करण केंद्रों को संचालित करता है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)