क्या है होली का वास्तविक स्वरुप

रंजन कुमार सिंह इस पर्व का प्राचीनतम नाम वासन्ती नव सस्येष्टि है, अर्थात् बसन्त ऋतु के नये अनाजों से किया हुआ यज्ञ, परन्तु होली होलक का अपभ्रंश है। यथा.. तृणाग्निं भ्रष्टार्थ पक्वशमी धान्य होलक: (शब्द कल्पद्रुम कोष) अर्धपक्वशमी धान्यैस्तृण भ्रष्टैश्च होलक: होलकोऽल्पानिलो मेद: कफ दोष श्रमापह। (भाव प्रकाश) अर्थात् : तिनके की अग्नि में भुने … Continue reading क्या है होली का वास्तविक स्वरुप