सिलाई मशीन की लंबी यात्रा! अमरीका से भारत तक का दौर!!

के. विक्रम राव कभी यह स्नेहिल उक्ति परिवार में सुनाई दिया करती थी: कि सुई में धागा आजकल मां नहीं डाल पा रही है। मतलब गूढ़ लगता था। पर था निहायत सरल। मां को बहू की दरकार है। शादी कर लें, वगैरह। हालांकि उपयोगिता की ओट में ही ऐसा संदर्भ रचा गया होगा।  आज के … Continue reading सिलाई मशीन की लंबी यात्रा! अमरीका से भारत तक का दौर!!