पितृ तीर्थ और श्राद्ध पक्ष में गया दर्शन

संजय तिवारी यह मर्त्यलोक है। जो कुछ भी दिख रहा है, उसे निश्चित तौर पर नही रहना है। मर्त्य शब्द मृतिका से जुड़ा है। मृतिका अर्थात मिट्टी। जो भी आकार हैं वे इसी से निर्मित हैं। इसी में मिलना है। मूल पांच तत्व है। सनातन संस्कृति या कहें कि जीवन यात्रा में अंतिम पड़ाव मृत … Continue reading पितृ तीर्थ और श्राद्ध पक्ष में गया दर्शन