महराजगंज । सीमावर्ती क्षेत्र का हरदी डाली गांव तस्करों के लिए मुफीद साबित हो रहा है । नौतनवा व सोनौली कोतवाली थाना क्षेत्र के सीमावर्ती क्षेत्र का खनुआ, सुंडी , आराजी सरकार उर्फ़ बैरिहवा समेत कई ऐसे गांव हैं जहां जैविक खाद की आड़ में रासायनिक खाद सीमा पार गांव त्रिलोकपुर, कदमाहवा, ठरकी,व बोगडी़ के रास्ते नेपाल भेजा जा रहा है । सीमा से सटे खोली गई बीज की दुकानों की आड़ में रासायनिक खाद की तस्करी भारी मात्रा नेपाल की जा रही है।
सीमावर्ती क्षेत्रों में जैविक खाद को बिना पंजीकृत बोरों में नकली रसायनिक खाद भरकर धड़ल्ले से कैरियरों के माध्यम से प्रतिदिन हजारों बोरी नेपाल पहुंचाया जा रहा है। सीमा पर बेची जा रही खाद में सुगंध के साथ-साथ खाद को फुकने पर नमी आ रही है जिससे नेपाल में इन खादों की मांग बढ़ जाने से तस्करी जोरों पर है। ज्ञात हो की रसायनिक खाद के लाइसेंस भारत नेपाल सीमा से करीब 8 से 10 किलोमीटर दूर पर बनता है। लेकिन जैविक खाद के नाम पर कुछ खाद बनाने वाले जैविक खाद की बोरी में रासायनिक खाद को धड़ल्ले से सीमावर्ती क्षेत्रों में तस्करी की जा रही है। जिला कृषि अधिकारी विरेन्द्र कुमार का कहना है कि जैविक खाद की आड़ में रासायनिक खाद नेपाली सीमावर्ती क्षेत्रों में बेचने की जानकारी मिली है जल्दी ही छापेमारी कर कार्रवाई की जाएगी।