दो टूक : तमाम सवालों के बीच जरायम की दुनिया का अतीक बन गया अतीत

राजेश श्रीवास्तव कहते हैं कि जरायम की दुनिया का अंत मिट्टी में मिलना ही होता है। बड़े से बड़े सूरमा का यही अंत हुआ है। गुजरात की साबरमती जेल से मौत उसे खींचकर उसी धूमनगंज में लेकर आयीं, जिस क्षेत्र से उसने जरायम की दुनिया में पहला कदम रखा था। इसी थाना क्षेत्र में उसने … Continue reading दो टूक : तमाम सवालों के बीच जरायम की दुनिया का अतीक बन गया अतीत