दो टूक : राहुल और केजरीवाल समझें ऐसे तो नहीं दी जा सकती मोदी का चुनौती

राजेश श्रीवास्तव


वर्ष 2024 का समय जैसे-जैसे करीब आ रहा है। लोकसभा चुनाव की सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं। अब चुनाव में कुछ ही महीने बचे हैं। ऐसे में इस पर भी चर्चा शुरू हो गयी है कि क्या इस बार विपक्ष भाजपा की मोदी सरकार को हरा पाना तो छोड़ियो, क्या चुनौती देने में कामयाब हो पायेगा। अगर इस गूढ़ सवाल के उत्तर को तलाशों तो यह साफ दिख रहा है कि अभी विपक्ष की जो हालत है, उससे तो नहीं लगता कि मोदी सरकार कहीं परेशानी या फिर चिंतित भी है। विपक्ष 2014, 2019 दो बार की मोदी सरकार की शौली को देख चुका है लेकिन फिर भी सीखने को तैयार नहीं । पिछली बार चौकीदार चोर है, के नारे को कांग्रेस और केजरीवाल ने खूब उछाला लेकिन परिणाम सबके सामने है। इस बार फिर अडानी के नाम पर संसद ठप है। सरकार को घोरने  का प्रयास चल रहा है। लेकिन क्या राजनीति सिर्फ आरोपों से चलती है।


विपक्ष आरोप लगा रहा है कि अडानी की कंपनियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पैसा लगा हुआ है। हालांकि दोनों तय नहीं कर पा रहे कि वे कितना पैसा कहें। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिह आजकल कांग्रेस की मीटिगों में जा रहे हैं। उन्हें चाहिए था कि वह राहुल गांधी के साथ बैठ कर तय कर लेते कि कितना पैसा कहना है। संसद से अपनी बर्खास्तगी के बाद बुलाई प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा था कि मोदी का 20 हजार करोड़ रुपया अडानी की कंपनी में लगा है। लेकिन संजय सिह ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में यह राशि 42 हजार करोड़ रुपए बताई है। केजरीवाल की पार्टी कभी नरेंद्र मोदी की डिग्री मांगने वाला आरोप लगाती है। पर केस भी हार गए। हाईकोर्ट ने मोदी की डिग्री पर बिना वजह का बखेड़ा करने वाले अरविन्द केजरीवाल पर 25 हजार रूपए का जुर्माना ठोक दिया है।

इस पर आम आदमी पार्टी के नेताओं ने हाईकोर्ट के फैसले पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। अरविन्द केजरीवाल ने खुद पहले ट्विट लिख कर हाईकोर्ट पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है, बाद में प्रेस कांफ्रेंस करके उनके कई भाषणों का जिक्र करते हुए उन्हें फिर से अनपढ़ कहा। अपनी प्रेस कांफ्रेंस में अरविन्द केजरीवाल ने ऐसी ऐसी बातें कहीं हैं कि उनका यहां उल्लेख करना भी शोभा नहीं देता। वह यह भी कहते हैं कि अनपढ़ होने के कारण मोदी गलत फैसले ले रहे हैं, जिस कारण देश का विकास रूक गया है। उनकी यही दलील उनके खिलाफ जा रही है, क्योंकि पिछले नौ साल में भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रभावी विकास किया है, और दुनिया भर में भारत की प्रतिष्ठा में वृद्धि हुई है। इसलिए उनकी इन बातों का जनता पर कोई असर नहीं हो रहा, बल्कि वह खुद हंसी का पात्र बन रहे हैं। वैसे सांसद और विधायक बनने के लिए भी न्यूनतम शिक्षा का कोई प्रावाधान नहीं है, क्योंकि कोई भी समाज सेवा के लिए आगे आ सकता है और समाज में अपने कामों से हासिल लोकप्रियता से चुनाव जीत सकता है।

सांसद, विधायक और प्रधानमंत्री का चुनाव जनता करती है, कोई विश्वविद्यालय नहीं करता। विश्वविद्यालय कार्यपालिका और न्यायपालिका तैयार करती है, नेता नहीं। खुद को ज्यादा पढ़ा लिखा बताने वाले केजरीवाल को शायद पता होगा कि जिन अन्ना हजारे के कंधों पर सवार हो कर वह मुख्यमंत्री बन बैठे हैं, वह सिर्फ छठी क्लास पास हैं। 17 साल तक देश की प्रधानमंत्री रही इंदिरा गांधी बारहवीं पास थी। उधर राहुल गांधी के सलाहकार भी वामपंथी बुद्धिजीवी ही हैं तो उन्होंने भी झूठे आरोप लगाना ही राजनीति में सफलता का मार्ग समझ लिया है। लेकिन राहुल गांधी की गलती यह है कि उन्होंने केजरीवाल से आरोप लगाना तो सीख लिया, माफी मांगना नहीं सीखा। अरविन्द केजरीवाल आज तक मानहानि का एक भी केस नहीं जीते, यही हाल राहुल गांधी का होने वाला है। मानहानि के एक केस में वह सजायाफ्ता हो चुके हैं, अभी उन पर कम से कम दस केस और चल रहे हैं।

एक केस तो सुशील मोदी का बिहार में चल रहा है, जिसकी सुनवाई करीब करीब पूरी हो चुकी है, फैसला आना बाकी है। दो और बड़े केस दाखिल होने वाले हैं, दोनों केस मोदी चोर वाले केसों से ज्यादा मजबूत होंगे। देश में हर क्षेत्र में झूठ फैलाने वाले वामपंथी आज हाशिए पर पड़े हैं। अब उन्होंने राहुल को नचाना शुरू कर दिया है। लेकिन जब तक देश का जनमत मोदी के साथ है, तब तक झूठे आरोप लगा देने से राहुल की राजनीति नहीं चमकने वाली। इसमें न तो अमेरिका राहुल की कुछ मदद कर सकता है, न जर्मनी, न कांग्रेस को फंडिग करने वाला जार्ज सोरोस, न केजरीवाल को फंडिग करने वाली फोर्ड फाउंडेशन। बेबुनियाद आरोपों से विपक्ष के वोटों में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी, यह बात 2019 के चुनावों ने साबित कर दी थी।

Raj Dharm UP

योगी ने कहा: आज हर राज्य में सुरक्षित महसूस करती हैं यूपी की बेटियां’

ज्यादातर लोग करते दिखे यूपी के कानून व्यवस्था और अयोध्या की चर्चा दक्षिण के राज्यों में योगी मॉडल को लेकर उत्सुकता अयोध्या से रामेश्वरम तक की पदयात्रा करने वाली वाटर वूमेन का अनुभव वॉटर वुमेन शिप्रा पाठक ने की है सरयू से सागर तक 3,952 किमी की पदयात्रा मुख्यमंत्री योगी के निर्णयों के प्रति लोगों […]

Read More
Raj Dharm UP

कागजों पर तैयार हो रहा JTS में ट्रांजिट हॉस्टल!

कमीशन को खातिर कार्यदायी संस्था को कर दिया 3.5 करोड़ का भुगतान पिछले वित्तीय वर्ष के अंतिम दिनों में भी हुई थी करोड़ों की बंदरबांट राकेश यादव लखनऊ। वित्तीय वर्ष 2023-24 को समाप्त होने में अब मात्र चार दिन का समय शेष बचा हुआ है। प्रदेश के कारागार विभाग में इस वित्तीय वर्ष के अंतिम […]

Read More
Raj Dharm UP Uttar Pradesh

जेल में बंदियों ने पेश की सामाजिक सौहार्द की मिसाल

विदेशी बंदियों के साथ बंदियों अफसरों ने खेली होली लखनऊ। शाहजहांपुर जेल में होली का पर्व हर्षोल्लास एवं धूमधाम से मनाया गया। जिसमें समाज के हर समुदाय के बंदियों-हिंदू ,मुस्लिम, सिख ,इसाई तथा विदेशी बंदियों जिसमें अफ्रीकी एवं नेपाली बंदियों ने खुशी-खुशी स्वेच्छा से त्यौहार मनाया। और सभी एक दूसरे के गले मिले। सभी अधिकारी […]

Read More