- सीमा पर हो रही तस्करी एवं अवांछनीय तत्वों के घुसपैठ को रोकने के लिए बनी सहमति: सत्येद्र कुमार
- दोनों देशों के अधिकारी मिल जुल कर करें काम,तभी लगेगा अपराध और तस्करी पर अंकुश: भरत मणि पौडे़ल
उमेश तिवारी
नौतनवां । महाराजगंज जिले में मंगलवार को सोनौली बॉर्डर पर भारत और नेपाल के अधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सीमा पर हो रही तस्करी,अवैध गतिविधियों में लिप्त लोगों की घुसपैठ सहित सीमावर्ती क्षेत्र में अपराध अपराध पर नकेल कसने के लिए रणनीति बनाई गई। बता दें कि भारत नेपाल सीमा पर 3 माह के अंतराल पर दोनों देशों के अधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित की जाती है। इस बार यह बैठक सशस्त्र सीमा बल के कैंप कार्यालय दोमुहान घाट पर आयोजित की गई। जिलाधिकारी डॉ सत्येंद्र कुमार ने बताया कि सीमा पर हो रही तस्करी एवं अवांछनीय तत्वों के घुसपैठ को रोकने के लिए आपसी सहमति बनाई गई।
जिलाधिकारी ने बताया कि सीमा पर बन रहे इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट के संबंध में भी नेपाल के अधिकारियो अधिकारियों ने सहयोग करने का आश्वासन दिया। नेपाल के रूपंदेही जिले के सीडीओ भरत मणि पौडेल ने बताया की ऐसी बैठकों से दोनों देशों के बीच सुरक्षा के दृष्टिकोण से काफी अच्छा रहता है। सूचनाओं का आदान प्रदान करने में आसानी रहती है।उन्होंने कहा कि दोनों देशों के अधिकारी सीमा पर मिलजुलकर काम करेंगे तो अवैध कारोबार एवं खुली सीमा का फायदा उठाने वालों पर अंकुश लगेगा।