हर दिन कुछ खास लेकर आता है। इस दिन क्या पर्व है और क्या तिथि है, इस बारे में जान लेने से हमें कई फायदे होते हैं। एक दिन के अंदर एक बार राहुकाल आता है, जो हमें कहता है कि इस समय आपको थोड़ी सावधानी बरतनी है। साथ ही पंचाग हमें ये भी बताता है कि आज किस दिशा की ओर दिशाशूल है। यदि हमें मजबूरन यात्रा भी करनी है, तो वह उसका निदान भी बताता है। इसलिए नया लुक आपको नित्य पंचाग देता है, देखिए और लाभ लीजिए।
दिनांक – 21 मार्च 2023
दिन – मंगलवार
विक्रम संवत् – 2079
शक संवत् – 1944
अयन – उत्तरायण
ऋतु – वसंत
मास – चैत्र
पक्ष – कृष्ण
तिथि – अमावस्या रात्रि 10:52 तक तत्पश्चात प्रतिपदा
नक्षत्र – पूर्वभाद्रपद शाम 05:26 तक तत्पश्चात उत्तरभाद्रपद
योग – शुभ दोपहर 12:42 तक तत्पश्चात शुक्ल
राहु काल – शाम 03:49 से 05:20 तक
सूर्योदय – 06:43
सूर्यास्त – 06:51
दिशा शूल – उत्तर दिशा में
ब्राह्ममुहूर्त – प्रातः 05:08 से 05:56 तक
निशिता मुहूर्त – रात्रि 12:23 से 01:10 तक
व्रत पर्व विवरण – चैत्री अमावस्या, दर्श अमावस्या, जमशेदी नवरोझ
विशेष – अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है ।