BLACK DAY: पूर्वांचल में दिखने लगा बिजलीकर्मियों के हड़ताल का असर

  • उत्पादन गृहों के शत-प्रतिशत कर्मियों ने किया कार्य का बहिष्कार
  • देवरिया, संतकबीरनगर और बस्ती के कई जगहों पर पूरे दिन से बिजली गायब
  • खुले-नंगे तारों के चलते फ़ॉल्ट वाली जगहों पर नहीं दी जा रही बिजली

कुलदीप मिश्र/ आशीष दूबे


लखनऊ। देश भर के 27 लाख बिजलीकर्मियों के समर्थन के बाद सड़क पर उतरे उत्तर प्रदेश के बिजलीकर्मियों की हड़ताल का असर पूरे प्रदेश में देखने को मिलने लगा है। ख़ासकर पूर्वांचल के कुछ ज़िलों में इसका असर तेज़ है। देवभूमि और देवरहा बाबा की भूमि के नाम से मशहूर देवरिया ज़िले में तक़रीबन पूरे दिन बिजली ग़ायब रही। जिलेवासियों ने इसे ‘BLACK DAY’ के नाम से सम्बोधित किया। भटनी, सलेमपुर, बनकटा, भिंगारी बाज़ार और लार टाउन में तक़रीबन 10 बजे से बिजली ग़ायब रही। वहीं नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रीसिटी इम्प्लॉइज एण्ड इंजीनियर्स (NCCOEEE) ने प्रशासन को अल्टीमेटम दे रखा है कि यदि शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे बिजलीकर्मियों को प्रशासन से गिरफ्तार करने की कोशिश की तो यह हड़ताल अनिश्चितकालीन हो जाएगा और संगठन के लोग जेल भरो आंदोलन छेड़ देंगे। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे के मुताबिक़ ताप बिजली घरों में शत प्रतिशत हड़ताल शुरु हो चुकी है। वहाँ के लोग 72 घंटे अपनी ड्यूटी नहीं करेंगे। दुबे के मुताबिक़ अनपरा, ओबरा, पारीछा, हरदुआगंज में रात्रि पाली के सभी कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर, अभियन्ता हड़ताल पर चले गए हैं और सबने ड्यूटी पर जाने से इनकार कर दिया है।

वहीं संध्या पाली के बिजलीकर्मियों ने ड्यूटी छोड़ने के लिए दबाव बना रखा है। वहीं ज़िलों में बिजली व्यवस्था के सवाल पर दुबे कहते हैं कि जैसे-जैसे फ़ॉल्ट बढ़ेंगे, वैसे-वैसे इलेक्ट्रिसिटी व्यवस्था डैमेज हो जाएगी। ग़ौरतलब है कि ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते के क्रियान्वयन के प्रति ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के नकारात्मक रवैये के चलते बिजली कर्मियों को 16 मार्च रात 10 बजे से 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल शुरू कर दी है। NCCOEEE के आह्वान पर सूबे के बिजलीकर्मियों की हड़ताल के समर्थन में आज देश के सभी प्रान्तों में लाखों बिजलीकर्मी सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। NCCOEEE के राष्ट्रीय संयोजक प्रशान्त चौधरी, आज इण्डिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन के सेक्रेटरी जनरल पी. रत्नाकर राव, ऑल इण्डिया फेडरेशन ऑफ पॉवर डिप्लोमा इंजीनियर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरके त्रिवेदी ने आज लखनऊ पहुंच कर बिजलीकर्मियों की सभा को सम्बोधित किया।

NCCOEEE के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि शांतिपूर्ण ढंग से आन्दोलन कर रहे बिजली कर्मियों का किसी भी प्रकार से उत्पीड़न किया गया तो देश के अन्य प्रांतों के 27 लाख बिजलीकर्मी मूकदर्शक नहीं रहेंगें और ऐसे किसी भी दमनकारी कदम का देशभर में सशक्त प्रतिकार किया जायेगा। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर चल रहे कार्य बहिष्कार के दूसरे दिन राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के सभी जनपदों एवं परियोजनाओं पर विशाल विरोध प्रदर्शन किये गये। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों की मानें तो ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन की हठ धर्मिता के चलते बिजली कर्मियों को हड़ताल पर जाने हेतु बाध्य होना पड़ रहा है। बिजली कर्मियों की मांग है कि प्रदेश के सबसे सस्ती बिजली उपलब्ध कराने वाले विद्युत उत्पादन निगम को ओबरा एवं अनपरा में 800-800 मेगा वाट की 2-2 इकाइयां प्रदान किया जाना मुख्य मांग है।

क्या है बिजली कर्मियों की प्रमुख मांगें

  • ऊर्जा निगमों के चेयरमैन एवं प्रबन्ध निदेशक का चयन समिति के द्वारा किया जाना।
  • पूर्व की तरह मिल रहे तीन पदोन्नति पदों के समयबद्ध वेतनमान के आदेश किया जाना।
  • बिजली कर्मियों के लिए पॉवर सेक्टर इम्प्लाइज प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाना।
  • पारेषण के विद्युत उप केन्द्रों के परिचालन एवं अनुरक्षण की आउटसोर्सिंग को बंद करना।
  • नये विद्युत उप केन्द्रों का निर्माण पारेषण निगम से कराया जाना, निविदा/संविदा कर्मियों को अलग-अलग निगमों में मिल रहे मानदेय की विसंगति दूर कर समान मानदेय दिया जाना।
  • भत्तों के पुनरीक्षण एवं वेतन विसंगतियों का निराकरण किया जाना।

बिजली कर्मियों के समर्थन में आए कितने लोग

संघर्ष समिति के मुख्य पदाधिकारियों राजीव सिंह, जितेन्द्र सिंह गुर्जर, जय प्रकाश, जीवी पटेल, गिरीश पाण्डेय, सदरूद्दीन राना, राजेन्द्र घिल्डियाल, सुहेल आबिद, महेन्द्र राय, चन्द्रभूषण उपाध्याय, शशिकान्त श्रीवास्तव, मनीष मिश्र, पीके दीक्षित, मो. वसीम, छोटेलाल दीक्षित, योगेन्द्र कुमार, राम चरण सिंह, पवन श्रीवास्तव, माया शंकर तिवारी, विश्वम्भर सिंह, राम सहारे वर्मा, शम्भू रत्न दीक्षित, पीएस बाजपेई, जीपी सिंह, रफीक अहमद, मो. इलियास, आरके सिंह, देवेन्द्र पाण्डेय आदि बिजली कर्मियों के समर्थन में उतर चुके हैं।

Central UP

EXCLUSIE CRIME NEWS: साल-दर-साल कमजोर हो रही थी मुख्तार की फायर पॉवर, कुछ इस तरह गई मुख्तारी

ए अहमद सौदागर लखनऊ। बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद भले ही कुछ बातें संबंधित विभाग की फाइलों में गोते लगा रही हों, लेकिन कड़वा सच यह है कि अपराध का इतिहास अनगिनत रहा। मुख्तार अंसारी के राजनीतिक और आर्थिक साम्राज्य के साथ उसके गैंग की फायर पावर कई सालों […]

Read More
Central UP

CRIME UPDATE: मारा गया था युवक गले और शरीर में मिले चोट के निशान

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सच आया सामने, चिनहट क्षेत्र में हुई घटना का मामला एक बार फिर सिर उठाने लगे क्रिमिनल, बढ़ने लगीं हत्या और जुर्म की घटनाएं ए अहमद सौदागर लखनऊ। बलरामपुर निवासी 27 वर्षीय रामनरेश की सड़क हादसे में मौत नहीं हुई थी, उसकी बेरहमी से हत्या की गई थी। जांच पड़ताल कर रही […]

Read More
Raj Dharm UP

सनसनी: पूर्व सांसद धनंजय सिंह के गनर की गोली मारकर हत्या, इलाके में हड़कंप, पुलिस फोर्स मौके पर

ए अहमद सौदागर लखनऊ। यूपी में बेखौफ बदमाशों का कहर थम नहीं रहा है। माफिया मुख्तार अंसारी की मौत की गुत्थी सुलझ भी नहीं पाई थी कि असलहों से लैस बदमाशों ने जौनपुर जिले के पूर्व सांसद धनंजय सिंह के निजी गनर अनीस खान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना सिकरारा क्षेत्र […]

Read More