
बाइक से दुर्घटना का शिकार हुए युवकों के पास से बरामद हुआ था अवैध रिवाल्वर
पुलिस अभिरक्षा में दोनों के इलाज पर सवाल
आनंद नगर/महराजगंज। कभी कभी पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में आ जाती है और वह सवालों के जवाब से मुंह चुराने लगती है। ऐसा ही एक मामला 27 फरवरी का है जब एक बाइक सवार दो युवक दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। अज्ञात सूचना पर पुलिस आती है,तलाशी में एक युवक के पास बढ़िया किस्म का अवैध रिवाल्वर बरामद होता है। पुलिस दोनों घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल करती है और दो तीन दिन बाद ही घटना में एक चौंकाने वाला मोड़ यह आता है कि इस मामले में पुलिस सिर्फ एक युवक का चालान अवैध असलहा रखने के जुर्म में करती है और दूसरे को फरार बता देती है। गौर करने की बात है कि अवैध असलहा धारी दोनों युवकों के इलाज के वक्त पुलिस की सुरक्षा में चूक का जिम्मेदार आखिर कौन है। पुलिस ने बेहद आसान तरीके से अवैध असलहे के जुर्म में एक का मात्र चालान भी चौंकाने वाला है,वह भी तब जब हर ओर हत्या सहित अन्य अपराधों का होना जारी है।
असलहा धारी युगल किसी बड़े अपराध को भी अंजाम दे सकते थे, पुलिस ने यह जानने की कोशिश नहीं की। 27 फरवरी दिन सोमवर को फरेंदा थाना क्षेत्र के फरेंदा गोरखपुर मार्ग पर धानी ढाला के निकट शाम लगभग 4 बजे गोरखपुर की तरफ से एक मोटर साइकिल पर सवार दो युवक आ रहे थे जो अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराकर बुरी तरह घायल हो गए। आस पास के लोग 112 नंबर पर फोन कर पुलिस व एम्बुलेंस को बुला लिया। पुलिस कस्टडी में घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र फरेंदा ले जाया गया। मौके पर पहुंची डायल 112 नंबर की पुलिस दोनों के घर का नंबर लेने के लिए जेब से मोबाइल निकाल रही थी तभी एक युवक के पास से अवैध पिस्टल बरामद हुआ । पुलिस ने पिस्टल को अपने कब्जे मे ले लिया।
दोनों युवकों की पहचान योगेन्द्र मिश्रा उम्र 30 वर्ष व रग्घू उम्र 30 वर्ष थाना कैंपियरगंज के रूप में हुई।घायलों के प्राथमिक इलाज के बाद योगेन्द्र मिश्रा को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया तथा रघ्घू को पुलिस ने अपने कस्टडी मे लेकर पूछ ताछ की। इस संबंध में पुलिस के अधिकारियों ने भी दो युवकों को हिरासत में लेने की बात स्वीकार की है लेकिन 28 फरवरी को फरेंदा पुलिस ने सिर्फ योगेंद्र मिश्र को ही अवैध असलहा रखने के जुर्म में आर्म्स ऐक्ट को धारा में जेल भेजा। दूसरे युवक रग्घू को गिरफ्तारी व इलाज के बाद फरार बताया गया। एक साथ घायल दोनों युवकों में से एक को फरार दिखाने के पीछे पुलिस की मंशा क्या है यह जांच का विषय है। मजे की बात है कि इस संबंध में फरेंदा पुलिस कुछ भी बताने से परहेज कर रही है।