शिक्षा, विनम्रता, बुद्धि, साहस,
सद्कर्म, सत्य व ईश्वर में आस्था,
मुसीबत में हमारे ख़ुद के यह सद्गुण,
सम्भाल लेते हैं हमारी हर व्यवस्था।
जो सफलता प्राप्त कर लेता है,
वह शान्तचित्त रह मुस्कुराता है,
मुस्कुराने से समस्या हल हो जाती है,
और शांति से समस्या दूर रहती है।
इंसान प्रेम की मूर्ति हो, खूबसूरत हो,
फिर भी ज़रूरी नहीं कि वह अच्छा हो,
अच्छा इंसान तो वही होता है जो
हमारी ज़रूरत पर हमारे साथ हो।
दृढ़ता, संकल्प, इरादा व अनुशासन,
परीक्षा के वक़्त बहुत काम आते हैं,
आदित्य दूरदृष्टि से हम हर परीक्षा में,
निश्चित रूप से सफलता पाते हैं।