शासन व जेल मुख्यालय का अजब गजब कारनामा
राकेश यादव
लखनऊ। माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की बांदा जेल पर जिस अधिकारी के प्रभार नहीं ग्रहण पर निलंबित कर दिया गया था। उसी अधिकारी को मुख्तार के विधायक बेटे अब्बास अंसारी के उसकी जेल में पहुंचते ही प्रमोशन दे दिया गया। यह मामला विभागीय अधिकारियों में चर्चा बना हुआ है। इसको लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही है। चर्चा है कि बाप ने सजा दिलाई तो क्या बेटे ने प्रमोशन दिलाकर मामले को बराबर कर दिया।
पंजाब की रोपड़ जेल से स्थानांतरित होकर आए बाहुबली पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी को प्रदेश की बांदा जेल में रखा गया। बीते करीब एक साल पूर्व मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में आमद होने के जेल विभाग का कोई भी अधीक्षक इस जेल में जाने को तैयार नहीं हुआ। जिसको भी इस जेल पर तैनात किया गया वह या तो बीमार हो गया, या फिर अवकाश पर चला गया।
इस कड़ी में तत्कालीन अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने विभाग के आला अफसरों के साथ बैठक कर बरेली जेल पर तैनात अधीक्षक विजय विक्रम को बांदा जेल पर तैनात करने का फैसला लिया। सहमति प्रदान होने के बाद आनन फानन में स्थानांतरण आदेश जारी कर दिया गया। स्थानांतरित अधीक्षक कार्यभार ग्रहण करने के बजाए चिकित्सीय अवकाश पर चले गए। शासन को इस बात जानकारी होते ही आदेश का अनुपालन नहीं करने व अनुशासनहीनता बताते हुए अधीक्षक को तत्काल निलंबित कर दिया गया। लंबे समय तक निलंबित रहे इस अधीक्षक को बहाल करके कासगंज जेल पर तैनात किया गया। इस उहापोह की वजह से यह जेल करीब डेढ़ साल तक अधीक्षक विहीन रही।
उधर मनी लांड्रिंग मामले में चित्रकूट जेल में बंद माफिया डॉन के विधायक बेटे अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत से अवैध मुलाकात को लेकर बवाल मच गया। शासन ने घटना के तीन दिन बाद ही अब्बास अंसारी को कासगंज जेल स्थानांतरित कर दिया। बांदा जेल नहीं जाने वाले अधीक्षक वर्तमान समय में इसी जेल पर तैनात है। सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को शासन में अधीक्षक से वरिष्ठ अधीक्षक संवर्ग की विभागीय प्रोन्नति कमेटी (DPC ) की बैठक हुई। इसमें कासगंज में तैनात अधीक्षक को वरिष्ठ अधीक्षक पद पर प्रोन्नत कर दिया गया। इसको लेकर विभागीय अफसरों में तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
आईजी जेल ने की प्रोन्नति की पुष्टि
महानिदेशक पुलिस/महानिरीक्षक जेल आनंद कुमार से जब इस संबंध में बात की तो उन्होंने बताया कि शुक्रवार को शासन में अधीक्षक से वरिष्ठ अधीक्षक पद के लिए DPC हुई थी। इसमें कासगंज जेल पर तैनात विजय विक्रम सिंह को वरिष्ठ अधीक्षक ग्रेड वन पद पर प्रोन्नति प्रदान की गई है। इसके अलावा उन्होंने इस बारे में और कोई भी टिप्पणी करने से इनकार का दिया।