
राजीव पांडेय
गोरखपुर। एक गांव में यज्ञ और कलश यात्रा की तैयारियों के दौरान बौराय हाथी ने तांडव मचा दिया। बौराए हाथी ने नानी और नाती को प्रसाद खिलाने के दौरान पटककर मार दिया। इसके बाद बौराय हाथी ने एक अन्य महिला को भी पटककर उसका सिर और छाती कुचलकर रौंद दिया। तीनों की ही घटनास्थल पर मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस हाथी को काबू में करने का प्रयास कर रही है। गांववालों की मानें तो पांच-छह गांव के लोग नदी के किनारे स्थित डीह के पास आयोजित यज्ञ में जुटे रहे हैं। एक हजार लोगों की संख्या रही है। इसी दौरान पूजा में बुलाए गए दो हाथियों में से एक हाथी बौरा गया। हादसे के बाद से पुलिस-प्रशासन के आलाधिकारियों के साथ फॉरेस्ट विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच गई और हाथी को काबू में करने का प्रयास कर रही है।
चिलुआताल थानाक्षेत्र के मोहम्मदपुर माफी गांव में आसपास के पांच-छह गांव के लोग गुरुवार को जुटे रहे। गांव में नदी के किनारे स्थित डीह के पास यज्ञ और कलश यात्रा की तैयारी चल रही थी। इस दौरान दो हाथियों को बुलाया गया था। गांव की महिलाएं यज्ञ के बाद हाथी को प्रसाद खिला रही थीं। बौराई हाथी ने 50 वर्षीय कौशल्या देवी पत्नी दिलीप मद्धेशिया, उनके चार वर्षीय कृष्णा नाती और गांव की एक महिला कांति देवी 55 वर्ष पत्नी शंकर उपाध्याय को रौंद दिया। मौके पर ही तीनों की मौत हो गई। हाथी का रौद्र रूप देखकर वहां पर अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद वहां पर भगदड़ मच गई। बौराया हाथी इसके बाद शोर-शराबा सुनने के बाद खेत की ओर भाग गया।
गोरखपुर के मोहम्मदपुर माफी गांव की रहने वाली पूजा ने बताया कि उसकी मां हाथी के पास खड़ी थी। हाथी ने पटककर छाती पर पैर रख दिया। इसके बाद उसकी बहन के बच्चे को भी कुचल दिया। उसकी मां और उसके बहन के बच्चे को हाथी ने कुचल दिया। कलश जाने की तैयारी चल रही थी। उसने मां की साड़ी से उन्हें पहचान लिया। इसके बाद कलश फेंक कर वो मां और बच्चे की ओर दौड़ पड़ी। उसकी मां और बहन के बच्चे की मौत हो चुकी थी। उसके बाद वो अपने बच्चे को उठाई, लेकिन उसकी सांस उखड़ चुकी थी। इसके बाद उसने एक महिला को भी आगे जाकर पटक दिया। पूजा की मां को उसने दांत से दबा दिया और उसके बाद नानी और नाती दोनों को कुचलकर मार दिया। गांव की गुड्डी और ज्ञान यादव ने बताया कि गांव में यज्ञ और कलश यात्रा का आयोजन किया गया था। पूजा की मां और उसके नाती को हाथी ने दांत से दबा दिया और पटककर मार दिया। इसके बाद हाथी ने एक अन्य महिला को भी पटककर मार दिया।
गोरखपुर के मोहम्मदपुर माफी गांव में यज्ञ कराने वाले पुरोहित रामलखन ने बताया कि यज्ञ चल रहा था। काफी लोगों की भीड़ रही है। उन्होंने बताया कि काफी भीड़ होने से हाथी बौरा गया। इसके बाद हाथी ने दो महिलाओं और एक बच्चे को कुचल दिया। गांव के रहने वाले वृंदावन ने बताया कि गांव में कलश यात्रा निकलने वाली थी। इसी दौरान हाथी भीड़ अधिक होने की वजह से बिदक गई। दो महिला और एक बच्चे को हाथी ने रौंद दिया। इस हादसे में तीनों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि कलश में जल भरने के बाद कलश यात्रा निकालने की तैयारी चल रही थी। बच्चा अपने ननिहाल में आया था। गांव के रहने वाले राजेश कुमार यादव ने बताया कि गांव में यज्ञ का कार्यक्रम चल रहा था। गांव में नदी के किनारे मंदिर के पास कलश यात्रा निकलने वाली थी। इस दौरान आसपास के गांव के एक हजार लोगों की भीड़ रही होगी। इसी दौरान हाथी बिदक गया। पिलवान से हाथी हटाने के लिए बोला गया। महिलाएं रुपए चढ़ा रही थी। रुपए वसूलने के चक्कर में पिलवान नहीं हटा। हाथी औरत और एक बच्चे को पटक दिया। इसके बाद एक और औरत को पटक दिया। तीनों की मौत हो गई।
गोरखपुर की SDM सदर नेहा बंधु सिंह ने बताया कि हाथी के बौराने से दो महिलाओं और एक बच्चे को हाथी ने रौंद दिया। इस हादसे में तीनों की मौत हो गई है। हाथी को काबू में करने का प्रयास किया जा रहा है। यहां पर यज्ञ का प्रयोजन और कलश यात्रा निकालने की तैयारी चल रही थी। कुछ लोगों को हल्की-फुल्की चोटें आई हैं। मेडिकल टीम यहां पर लगाया गया है। हादसे के शिकार लोगों के परिवार के साथ सभी की संवेदनाएं हैं। उन्होंने कहा कि हाथी को काबू में करने का प्रयास किया जा रहा है।
गोरखपुर के एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने बताया कि गांव में यज्ञ का आयोजन रहा है। यहां पर हाथी बुलाया गया था। यज्ञ के दौरान दो महिलाएं हाथी को कुछ खिलाने के लिए बढ़ी। उसने दोनों महिलाओं को पटक दिया और वहां से खेत की ओर भाग गया। इसमें दो महिलाओं और दो छोटे बच्चों की मौत हो गई है। हाथी को नियंत्रण में करने के लिए फारेस्ट विभाग की टीम लगी हुई है। शीघ्र ही उसे काबू में कर लिया जाएगा।