लक्ष्मण शाखा का मकर संक्रांति उत्सव

डॉ. दिलीप अग्निहोत्री


संक्रांति के मूल भाव को समझना आवश्यक है। भारतीय संस्कृति प्रकृति से तादात्म्य रखने हुए सतत प्रवाहित रहती है। मकर संक्रांति प्रकृति का संक्रमण है। इसको भी हमारी संस्कृति में पर्व माना गया। प्रकृति के साथ ही वैचारिक संक्रमण होता है। य़ह बात पूर्व प्रांत संघ चालक प्रभु नारायण श्रीवास्तव ने कही। वह कैलाश चंद्र शर्मा के आवास पर आयोजित

लक्ष्मण शाखा के मकर संक्रांति कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि विश्व की समस्याओं का समाधान भारतीय चिन्तन से ही सम्भव है। इसके लिए पहले अपने समाज का संगठित होना आवश्यक है। संगठन के लिए समरसता पर अमल करना चाहिए। मकर संक्रांति समरसता का ही पर्व है। देवासुर संग्राम भी वैचारिक सप्रमण का परिणाम था। आज भी देश में वैचारिक संक्रमण है। इसको समझने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय स्वयसेवक संघ समाज को संगठित करने की दिशा मेँ कार्य कर रहा है। इस प्रयास से ही भारत को पुनः विश्वगुरु बनाना सम्भव होगा। इस अवसर पर नगर कार्यवाह राजीव पंडित,शाखा कार्यवाह रामजनम,मुख्य शिक्षक हेमन्त सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

Raj Dharm UP

सनसनी: पूर्व सांसद धनंजय सिंह के गनर की गोली मारकर हत्या, इलाके में हड़कंप, पुलिस फोर्स मौके पर

ए अहमद सौदागर लखनऊ। यूपी में बेखौफ बदमाशों का कहर थम नहीं रहा है। माफिया मुख्तार अंसारी की मौत की गुत्थी सुलझ भी नहीं पाई थी कि असलहों से लैस बदमाशों ने जौनपुर जिले के पूर्व सांसद धनंजय सिंह के निजी गनर अनीस खान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना सिकरारा क्षेत्र […]

Read More
Raj Dharm UP

सुविधा शुल्क के आगे आईजी जेल के आदेश का कोई मायने नहीं

कैदी स्थानांतरण में भी अफसरों ने की जमकर वसूली! बागपत जेल में कैदियों के स्थानांतरण से हुआ बड़ा खुलासा राकेश यादव लखनऊ । डीजी पुलिस/आईजी जेल का आदेश जेल अधिकारियों के लिए कोई मायने नहीं रखता है। यही वजह है कि कमाई की खातिर जेल अफसर मुखिया के आदेश को दरकिनार कैदियों को स्थानांतरित करने […]

Read More
National Raj Dharm UP

यूपी के 16 हजार मदरसों से संकट टला

सुप्रीम कोर्ट ने यूपी मदरसा शिक्षा अधिनियम पर HC के फैसले पर लगाई रोक लखनऊ। देश की सर्वोच्च अदालत ने ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस आदेश पर शुक्रवार को अंतरिम रोक लगा दी जिसमें उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड अधिनियम 2004 को ‘असंवैधानिक’ और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का उल्लंघन करने वाला करार दिया गया था। […]

Read More