ड्रग स्टोर में सेवा दे रहे दो फार्मासिस्ट, मंदाह CHC में डॉक्टर बांट रहे दवा
किशुनगंज। स्वास्थ्य विभाग के सिस्टम पर अब सवाल उठने लगा है। मंगरौरा विकास खंड के साल्हीपुर कंजास में डॉक्टर खुद इलाज के साथ दवा जहां वितरण कर रहे हैं वहीं ड्रग वेयर हाउस में एक साथ दो फार्मासिस्ट की ड्यूटी मुख्य चिकित्साधिकारी ने लगा दिया है। इसके चलते मंदाह CHC में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की तरह मरीजों को सुविधाएं मिल रही हैं। मंगरौरा विकासखंड के साल्हीपुर में 20 साल पहले 30 बेड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना हुई थी। मंदाह नाम से साल्हीपुर कंजास गांव में संचालित इस CHC में महज डॉक्टर पंकज मिश्र और एक वार्डब्वाय की तैनाती हुई है।
फार्मासिस्ट और स्वीपर का काम डॉक्टर और वार्डब्वाय खुद कर रहे हैं। जांच के लिए लाखों की लागत से आधुनिक जांच मशीनें आई हैं, मगर यहां एलटी की तैनाती ही नहीं हुई है। मशीनें धूल फांक रही है। स्वास्थ्य विभाग के सिस्टम पर यदि ध्यान दिया जाए तो ड्रग बेयर हाउस में अबतक एक फार्मासिस्ट को सीएमओ ने अटैच किया था। पखवारे भर पहले यहां चीफ फार्मासिस्ट भी आ गए। मगर इसके बावजूद फार्मासिस्ट की ड्यूटी साल्हीपुर कंजास CHC पर नहीं लगाई जा रही है। दुर्दशा की शिकार CHC में अव्यवस्थाओं को दूर करने की शिकायत ग्रामीणों ने अफसरों से की है।
लाखों की लागत से खरीदी लैब के उपकरण फांक रहे धूल
लाखों रुपये की लागत से CHC में पैथालॉजी तैयार किया गया है। मगर पैथालॉजी में जांच मशीन धूल फांक रहे हैं। CHC का संचालन डॉक्टर पंकज मिश्र, वार्डब्वाय अशोक श्रीवास्तव के भरोसे हो रहा है। लैब टेक्नीशियन के नाम पर संदीप सिंह की नियुक्ति हुई थी, मगर छह महीना पहले उनका स्थानांतरण संड़वा चंद्रिका CHC कर दिया गया। इसके बाद से जांच की प्रक्रिया बंद हो गई है। डॉक्टर पंकज ने बताया कि यह असमंजस की स्थिति है कि अस्पताल चलाएं या ताला बंद कर दें। यह समझ में नहीं आ रहा है।
एक भी मरीज को भर्ती कर नहीं किया गया है इलाज
CHC में आज तक एक भी मरीज को भर्ती कर इलाज नहीं किया गया है। भर्ती करने की बारी आती है। तो मरीजों को कोहड़ौर या फिर मेडिकल कॉलेज भेज दिया जाता है। इससे स्थानीय लोगों को और परेशान होना पड़ता है।
जल्द ही मंदाह CHC पर स्वीपर के साथ एक फार्मासिस्ट की तैनाती कर दिया जाएगा। इसके लिए तैयारी चल रही है। मंदाह CHC की दशा सुधारने के लिए मैं भी संकल्प लिया हूं।