जिम्मेदार महकमा खामोश
महराजगंज । नौतनवां रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन बड़े ओवरलोड वाहनों का आवागमन जारी है। यह रेलवे स्टेशन नेपाल सीमा का समीपस्थ रेलवे मार्ग है। नेपाल जाने के लिए भारी मात्रा में जरूरत के सामान जैसे लोहा,नमक, खाद्यान्न आदि वाया रेल आते रहते हैं। इन सामानों को ट्रकों से नेपाल ले जाया जाता है। नौतनवां से नेपाल का सोनौली बार्डर करीब है। वीरगंज के बाद सोनौली नेपाल का सबसे व्यस्त बार्डर माना जाता है।
लेकिन यहां कस्टम जांच की सुविधाएं अप्रयाप्त है। आरोप है कि नौतनवां रेलवे स्टेशन से नेपाल सामानों को ले जाने के लिए ट्रकों को ओवरलोड कर ले जाया जाता है। जिसकी जांच न तो पुलिस और कस्टम करती है और न ही परिवहन महकमा। ट्रक आपरेटर कल्याण समिति नौतनवां के अध्यक्ष पप्पू खान ने एआरटीओ की मिलीभगत से ओवर लोड ट्रकों के संचालन को ले कर परिवहन आयुक्त समेत कई आला अधिकारियों को शिकायती पत्र भेज कर कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि रेलवे माल गोदाम से प्रति माह करीब एक हजार ट्रकों पर नेपाल के लिए ट्रकों को ओवर लोड कर भेजा जाता है। मजे की बात है कि नेपाल भेजने के लिए ठेकेदारों द्वारा करीब सौ की संख्या में गैर प्रदेशों जैसे नागालैंड, वेस्ट बंगाल तथा उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों से ट्रक का इस्तेमाल हो रहा है।
माल गोदाम से माल लोड कर नेपाल जाने वाले ज्यादातर ट्रकों के टैक्स, फिटनेस व रोड परमिट के कागजात डेड होते हैं। डेढ़ कागजात से सौ से अधिक ट्रकें पिछले तीन वर्षो से नौतनवा में रहकर माल लोड कर नेपाल जाती है। इन सभी ओवरलोड ट्रकों को नेपाल भेजने में ARTO का संरक्षण प्राप्त है । नौतनवा मालगोदाम से ओवरलोडिंग ट्रकें नौतनवा कस्बे से होकर छपवा बाई पास से नेपाल जाती है। सोनौली कस्टम विभाग इन ट्रकों की औपचारिक जांच भी नहीं करता। इस संबंध में RTO गोरखपुर अनीता सिंह का कहना है कि ओवरलोड ट्रकों के संचालन का मामला उनके संज्ञान में आया है। इसकी जांच की जा रही है। शीघ्र ही एक्शन साफ दिखाई देगा।