विज्ञान जहां समाप्त होता है, ज्योतिष वहां से शुरू होता है,

वेद का छठा अंग ज्योतिष है सूर्य-चंद्रमा ही पिता और माता है जयपुर से राजेंद्र गुप्ता विज्ञान जहां समाप्त होता है, वहां से ज्योतिष शुरू होता है, यह वेद सम्मत विज्ञान है। ज्योतिष लोगों को अंधविश्वास ही ओर नहीं ले जाता, बल्कि लोगों को जागरूक करता है।  ज्योतिष समय का विज्ञान है, इसमें तिथि, वार, … Continue reading विज्ञान जहां समाप्त होता है, ज्योतिष वहां से शुरू होता है,