
उमेश तिवारी
नौतनवा/महराजगंज। सरयू नहर प्रणाणी के कर्मचारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैया के चलते गुरचिहा गांव में नहर के कटने की वजह से सौ एकड़ से भी ज्यादा रबी की फसल सैलाब से डूब गए हैं।जिस से किसान कलेजे पर हाथ रखे खून के आंसू रोने पर मजबूर हो गए हैं। फरेंदा तहसील के ग्राम पंचायत गुरचिहा में सरयू नहर परियोजना के कर्मचारियों के लापरवाही एवं गैर जिम्मेदाराना रवैया के चलते गुरचिहा गांव में नहर के तेज पानी के बहाव से टूट गया है।जिस से सैकड़ों एकड़ रबी की फसल जलमग्न हो गई है। गनीमत रहा कि यह सैलाब रुदलापुर के पवहि नाला में रुख कर लिया नहीं तो आधा दर्जन गांवों में बाढ़ के चपेट में आ गये होते।यह सैलाब पवहि नाला होते हुए श्रीनगर ताल का रुख कर लिया है।
अगर सरयू नहर के शुरुआती मुहाने पर पानी के बहाव शीघ्र अति शीघ्र नहीं रोका गया तो इस का बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।जिस से दर्जनों गांव सैलाब से मैरून हो सकते हैं। क्षेत्र पंचायत सदस्य अटल वर्मा ने बताया तीन माह पूर्व किसानों को सूखे ने रुलाया,फिर बिन मौसम बरसात ने कहर बरपाया. अब सरयू नहर विभाग के अधिकारियों के लापरवाही की वजह से गुरचिहा गांव में किसानों के सैकड़ों एकड़ व करोड़ों की कीमत की फ़सल पूरी तरह से जलमग्न हो चुकी है।
नहर कटने की वजह से बड़े पैमाने पर गेंहू,और सरसो की फसलों को भारी नुकसान हुआ है. अचानक खेतों में पानी भर जाने से किसान खून के आंसू रोने पर मजबूर हो गए हैं।संबंधित विभाग तत्काल आवश्यक कदम नहीं उठाई तो इस की भरपाई नहीं की जा सकती।किसान दाने दाने को तरस जायेंगे। इस संबंध में उप जिलाधिकारी फरेंदा से वार्ता करने पर बताया गया एक्सियन को भेज कर वहां नुकसान का जायजा लिया जाएगा।कितने खेत में रबी के बीज पड़े थे उसी के अनुरूप नुकसान का पता लग सकेगा वैसे सिंचाई विभाग को इस की सूचना दे दी गयी है।