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शुक्रवार को सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए टीम इंडिया के बल्लेबाज और विकेटकीपर ऋषभ पंत का राजधानी देहरादून के मैच हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। उनके जल्दी स्वस्थ होने के लिए पूरा देश कामना कर रहा है। मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती ऋषभ पंत को सेहत का हाल-चल लेने के लिए कई जानी-मानी हस्ती भी पहुंच रही है। इसी कड़ी में बॉलीवुड अभिनेता अनिल कपूर और अनुपम खेर भी शनिवार सुबह राजधानी देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में पहुंचे और ऋषभ पंत का हाल जाना। यह दोनों अभिनेता उत्तराखंड में नए साल के उपलक्ष में यहां आए हुए हैं। अनिल कपूर और अनुपम खेर हॉस्पिटल में ऋषभ पंत से मिले और उनके जल्दी स्वस्थ होने की कामना भी की। अनुपम खेर ने से कहा, हम पंत से और उनकी मां से मिले। ऋषभ अब काफी बेहतर हैं। लोगों से उसके लिए प्रार्थना करने की अपील करें, ताकि वह जल्द ठीक हो जाएं। वह फाइटर हैं, पूरे देश की दुआएं उनके साथ हैं। अनिल कपूर ने कहा, ऋषभ पंत का फैन हूं, इस नाते उनसे मिलने और हालचाल जानने आया था।
वह जोश में हैं। हमें जो-जो फिक्र थी, अब बिल्कुल नहीं है। वह ठीक हैं। अनुपर खेर बताते हैं, जैसे ही हमें पता चला कि ऋषभ हॉस्पिटल में हैं, तो हम उन्हें यहां देखने आए। उनकी माताजी से मिले. अब वो पहले से बेहतर हैं। पूरे हिंदुस्तान की दुआएं उनके साथ हैं। वो जल्द ही ठीक होंगे। वो फाइटर हैं। वहीं अनिल कपूर कहते हैं, वो जोश में हैं। हमें जो-जो फिक्र थी, अब वो बिल्कुल नहीं है। आगे बात करते हुए अनुपम खेर और अनिल कपूर कहते हैं, हमने उन्हें हंसाया थोड़ा सा। हम बॉलीवुड स्टार्स नहीं, बल्कि दोस्त के तौर पर उनसे मिलने गए थे। अनुपम खेर ने भी ये कहा कि मुझे लगता है कि ऐसे समय में मिलने जाना चाहिए। हॉस्पिटल का प्रोटोकॉल फॉलो करते हुए हमने उनसे मुलाकात की।
ऋषभ पंत को बचाने वाले रोडवेज बस कंडक्टर और ड्राइवर को किया गया सम्मानित–
हादसे के बाद क्रिकेटर ऋषभ पंत को बचाने वाले हरियाणा रोडवेज बस के ड्राइवर और कंडक्टर को भी पुरस्कृत किया गया है। ऋषभ पंत की कार हादसे के बाद वहां सबसे पहले बस ड्राइवर सुशील कुमार और कंडक्टर परमजीत पहुंचे थे। उन्होंने ही पंत को बचाया और एम्बुलेंस बुलाकर अस्पताल भिजवाया। सुशील कुमार और परमजीत को पानीपत डिपो की तरफ से सम्मानित किया गया है। उत्तराखंड सरकार ने भी एलान किया है कि वह भी दोनों लोगों को सम्मानित करेगी। सरकार ने कहा है कि दोनों ने मानवता के लिए सराहनीय काम किया है। उनका सम्मान जरूर होना चाहिए। पानीपत डिपो के जनरल मैनेजर कुलदीप झांगरा ने दोनों को सम्मानित किया है। उन्होंने कहा, ‘सुशील और परमजीत ने एक घायल आदमी को बचाकर अच्छा काम किया है। उन्हें बाद में पता चला था कि वह क्रिकेटर ऋषभ पंत है। हमें उन पर गर्व है। बस कंडक्टर परमजीत ने कहा, जैसे ही हमने उसे (ऋषभ पंत) को बाहर निकाला, उसके बाद ही कार में आग लग गई और वह जलकर खाक हो गई।
उनकी पीठ पर काफी चोटें आई थी। इसके बाद जब हमने उनसे पूछा कि वह कौन हैं, तब उन्होंने बताया कि वह क्रिकेटर ऋषभ पंत हैं। इस बयान से साफ है कि यदि 5-7 सेकंड की देरी होती, तो कुछ भी अनहोनी होने की आशंका थी। बता दें कि नए साल की शुरुआत से पहले ऋषभ पंत अपनी मां को सरप्राइज देने रुड़की जा रहे थे। ऋषभ पंत खुद मर्सिडीज से ड्राइव करके दिल्ली से रुड़की आ रहे थे। रुड़की के पास गुरुकुल नारसन एरिया में गाड़ी की स्पीड ज्यादा होने की वजह से उनका एक्सीडेंट हो गया। पंत ने बताया था कि ड्राइविंग के दौरान उन्हें नींद की झपकी आई और कार डिवाइडर से टकराकर दुर्घटना ग्रस्त हो गई। वह विंड स्क्रीन तोड़कर बाहर आए। सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, पंत की कार सड़क के डिवाइडर से टकराते हुए पलटी। टक्कर के कुछ समय बाद ही कार में आग लग गई और उसके परखच्चे उड़ गए। इसके बाद कार में भीषण आग लग गई थी। एक्सीडेंट में उन्हें गंभीर चोटे आई हैं, लेकिन फिलहाल वो ठीक बताए जा रहे हैं। अभी वह राजधानी देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती है। अब उनके दिल्ली में रेफर करने की बात चल रही है।