कविता : अपना शरीर ही अपना मंदिर है,

जीवन के उत्तरार्ध में पहुँचें जब, स्वास्थ्य का ख़ुद ध्यान रखें तब, अपना रक्तचाप व रक्तशर्करा भी समय समय पर नापते रहें तब। नमक, शर्करा और स्टार्चयुक्त चीजें ख़ाना कम कर देना होगा, हरी सब्ज़ियाँ, हरी फली, फल, सूखे मेवे भी खाने में लेना होगा। अपनी आयु, पहले की बीती यादें, अपनी इच्छाओं को भूलना … Continue reading कविता : अपना शरीर ही अपना मंदिर है,