कविता :  जीवन की वास्तविकता

मैने सबसे समझौते किए होते हैं, तो हर कोई मुझसे ख़ुश रहता है, मैं सबसे ख़ुश रहता हूँ क्योंकि मैं सबकी ग़लतियाँ भी भुला देता हूँ। सूर्य किरणों से प्रकाश होता है, ईश दर्शन से भव पार होता है, जहाँ संत वाणी वहाँ उद्धार होता है, प्रेम भाषा, वहाँ परिवार होता है। कविता : पुरुष … Continue reading कविता :  जीवन की वास्तविकता