कविता : अनजान पर विश्वास नहीं करूँगा
धोखेबाजों के अपराधों से यदि बचना है तो हमें प्रतिज्ञा करना है, कभी किसी को अपने एटीएम का पिन कभी नहीं बतलाना है। किसी लेनदेन का वार्तालाप किसी सार्वजनिक स्थान पर नहीं करूंगा, कभी किसी बैंक के अंदर अनजान व्यक्ति का कोई सहारा नहीं लूंगा। कभी किसी एटीएम पर किसी दूसरे को अपना कार्ड चेक … Continue reading कविता : अनजान पर विश्वास नहीं करूँगा
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