चेन्नई। बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र गहरे दबाव में बदल गया है और यह बुधवार शाम संयुक्त अरब अमीरात की ओर से दिया गया नाम ‘मैंडूस’ नामक चक्रवाती तूफान में तब्दील होगा। यह तूफान उत्तरी तमिलनाडु, पुड्डुचेरी और निकटवर्ती दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर गुरुवार की सुबह तक पहुंचेगा जिसके कारण भारी बारिश हो सकता है। तमिलनाडु के उत्तरी तटीय जिलों में अगले तीन दिनों तक बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। राज्य सरकार ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अपनी पूरी मशीनरी को तैयार कर लिया है।
राज्य के सभी जिला कलेक्टरों को तैयार रहने का निर्देश दिया है और छह जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीमें तैनात की गयीं हैं। राज्य सरकार ने सभी जिलों में 5,000 से अधिक राहत शिविर खोले हैं, जिनमें निचले इलाकों से निकाले गए लोगों को रखा गया है। शिविर में रह रहे लोगों को भोजन, पेयजल और स्वास्थ्य सहित सभी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की गई हैं। बारिश के प्रभाव की निगरानी के लिए चौबीसों घंटे एक नियंत्रण कक्ष भी खोला गया है, जो अगले दो दिनों तक होने वाले भारी बारिश तथा उसके कारण होने वाले असर पर नजर बनाये रखेगा। मौसम कार्यालय ने कहा कि दक्षिण-पूर्व और इससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में गहरा दबाव पिछले छह घंटों के दौरान 15 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा और श्रीलंका के त्रिंकोमाली से लगभग 500 किमी पूर्व में दक्षिण-पश्चिम तथा बंगाल की दक्षिण-पूर्व खाड़ी, श्रीलंका के जाफना से लगभग 630 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में, कराईकल से लगभग 690 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में एवं चेन्नई से लगभग 770 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में केंद्रित रहा।
इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने तथा आज शाम चक्रवाती तूफान में धीरे-धीरे और तेज होने व गुरुवार की सुबह तक उत्तर तमिलनाडु-पुड्डुचेरी और इससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों से बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी तक पहुंचने की प्रबल संभावना है। यह अगले 48 घंटों के दौरान उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और इससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों की ओर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा।