कविता : ज्ञान का एहसास

कर्नल आदि शंकर मिश्र
कर्नल आदि शंकर मिश्र

धन दौलत से सुविधायें तो मिलती हैं
सुख मिलता है अपनों के प्यार से,
सुविधाओं से सुःख मिलता तो किसी
को दुःख क्यों मिलता इस संसार से।

रिश्ते वही कामयाब होते हैं जो
सभी तरफ से निभाये जाते हैं,
केवल एक तरफ़ सेंकने से तो
कोई रोटी भी नहीं बना पाते हैं।

दिल से अच्छे होना तब बेहतर है,
जब हम जुबान से भी अच्छे होते हैं,
स्वाद जुबान को ही मिलता है, दिल
तक तो खास लोग ही पहुंच पाते हैं।

कविता : कभी वक्त था कि हमें खाने का शौक़ था

अपनी गलती का एहसास होने से
ज़्यादातर विनम्रता आ जाती है,
सफलता मिलना अच्छा है पर ऐसी
स्थिति हमारा अहंकार बढ़ा जाती है।

जहाँ हम मिले ज्ञान से शब्दों की
सुंदरता व सार्थकता समझ पाते हैं,
वहीं उसके एहसास और अनुभव
से शब्दों के भावार्थ समझ आते हैं।

आदित्य अध्ययन, पठन, पाठन की
निरंतरता ज्ञान की अनुभूति कराती है,
जहाँ ज्ञान व सफलता सुंदर पुष्प हैं,
विनम्रता उनके एहसास की ख़ुशबू है।

 

Litreture

जल की एक बूंद

जल की एक बूंद करती है सृजन रचती है विश्व को । जल की एक बूंद बनती वंश लोचन सीप मे मोती गजमुक्ता चमकाती आनन । जल की एक बूंद करती है प्राणदान बनती चरणामृत विष्णु पदनख की सुरसरिता पालती विश्व को। जल की एक बूंद ऋषियों का अस्त्र थी नयनो की भाषा बच्चों की […]

Read More
Litreture

नारायण जो हर पल रचते नई कहानी

है अनंत आकाश हमारा घर आंगन. मै चिडिया बन उड़ता रहा गगन में सब दिन| अपने तो मिल सके नहीं पूरे जीवन भर, मै सपने मे सबको अपना मान चुका था ||1|| टूट गया भ्रम जब देखी मैने सच्चाई यहां कागजी नावें चलती हर दरिया में | कश्ती कब पानी मे डूबी समझ न पाया, […]

Read More
Litreture

तुम्हीं बता दो मेरे ईश्वर

बड़ी कृपा है उस ईश्वर की। बीत गया यह भी दिन बेहतर। पिछला हफ्ता रहा सुखद ही। अगला दिन जाने कैसा हो? दुख सुख के अंतर्द्वद्वों मे। भारी कौन पड़े क्या कम हो? बतला पाना कठिन बंधुवर! प्रति दिन है भूगोल बदलता।। कौन गया है बचा कौन अब। उंगली पर नित नित मैं गिनता।। जो […]

Read More