महिलाओं एवं लड़कियों की सुरक्षा के लिए बनी कई योजनाएं
सब बेअसर दरिंदे बेकाबू
कहीं पर रेप के तो कहीं पर भरोसे में लेकर कातिलों ने किया कत्ल
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। यह हैवानियत की हद है। राजधानी लखनऊ के दुबग्गा क्षेत्र में रहने वाली निधि गुप्ता की हत्या ने एक बार फिर पुराने जख्मों को ताज़ा कर सभी को झकझोर कर रख दिया है। नई दिल्ली में महरौली इलाके में एक 27 वर्षीय युवती को उसके साथ में रहने वाले युवक गला दबाकर जान लेने के बाद तसल्ली नहीं मिली तो शव के करीब 35 टुकड़े कर उसे छिपाने के फ्रिज डाल दिया और एक एक करके टुकड़ों को जंगल में फेंकता रहा, उसे नहीं मालूम था कि अपराधी अपराध करता है लेकिन मौक – ए – वारदात पर कुछ सुबूत जरुर छोड़ जाता है।
निर्भया के बाद दिल्ली में हुई जघन्य वारदात दुसरी हुई जो सब को हिलाकर रख दिया। देश की राजधानी दिल्ली में हुए श्रद्धा हत्याकांड का मामला शांत भी नहीं पड़ा था कि राजधानी लखनऊ के दुबग्गा क्षेत्र में एक सूफियान नाम के युवक ने सारी हदें उस समय पार कर दिया, जब एक निधि गुप्ता को भरोसे में लेकर चार मंजिला इमारत से फेंककर मौत की नींद सुला दिया। हालांकि राजधानी लखनऊ में एक निधि नहीं कातिलों का निशाना बनीं हैं, इससे पहले भी कई निधि दरिंदों और हत्यारों का शिकार बन चुकी हैं।
,,, पूर्व में हुई घटनाओं पर एक नजर,,,
अमीनाबाद निवासी लॉ की छात्रा गौरी की हत्या कर हत्यारों ने शव को कई टुकड़े कर बैग में भरकर फेंक दिया। मड़ियांव क्षेत्र में दो महिलाओं की हत्या कर कातिलों ने धड़ से सिर अलग कर दिया। सिर आजतक नहीं मिल सका और न ही शव की पहचान हो सकी। हजरतगंज क्षेत्र में जानकीपुरम निवासी एक छात्रा को दरिंदों ने दरिंदगी के बाद मौत की नींद सुला दिया।
निधि गुप्ता हत्याकांड: पुलिस मुठभेड़ में इनामी सूफियान गिरफ्तार
यही नहीं लखनऊ में ही एक गांव के प्राथमिक विद्यालय परिसर में एक महिला के साथ दरिंदगी कर कातिलों ने बेरहमी से मौत की नींद सुलाने के बाद सनसनी फैला दी थी। यह तो बानगी भर है और भी कई महिलाएं और लड़कियां दरिंदों और कातिलों का निशाना बन चुकी हैं। महिलाओं और लड़कियों के साथ होने वाली घटनाओं की रोकथाम के लिए पुलिस अफसरों ने कई बार कई तरह की योजनाएं बनाई, लेकिन सब की सब फाइलों में दफन होकर रह गई।
कमिश्नरेट पुलिस दरिंदों और कातिलों की गर्दन दबोचने तथा महिलाओं एवं लड़कियों की सुरक्षा के लिए रणनीति तैयार करती कि दुबग्गा क्षेत्र में हुई घटना ने एक बार फिर पुलिस की पोल खोल कर रख दी कि महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा के प्रति कमिश्नरेट पुलिस कितनी सक्रिय है? सवाल है कि जब भी महिलाओं एवं लड़कियों की सुरक्षा के बारे में पुलिस के जिम्मेदार अफसरों से सवाल किया गया तो उनका एक ही रटा रटाया जवाब मिलता है कि क्षेत्र में पुलिस की टीमें सक्रिय हैं।