फिर जागी खाकी की उम्मीदें

शुक्रवार को पुलिस लाइन में होने वाले स्मृति समारोह के लिए हो रही तैयारियां

ए अहमद सौदागर

लखनऊ। पुलिस स्मृति दिवस परेड की तैयारियां जोरों पर है। पुलिसकर्मियों के लिए यह मौका खास है। वह इसलिए भी दीपावली से पहले उन्हें इस दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कई उम्मीदें भी है। यह वह दिन होता है, जब मुख्यमंत्री पुलिस स्मृति परेड की सलामी लेते हैं। इस दिन अक्सर मुख्यमंत्री पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिए कोई न कोई घोषणा भी करते हैं। 21 अक्टूबर को यह मौका होगा, जब पुलिसकर्मियों की निगाहें मुख्यमंत्री की ओर से आस से देख रही होंगी।

दरअसल पुलिसकर्मियों को मिलने वाले कई भत्ते बेहद कम हैं। मंहगाई के हिसाब से इनका आंकलन किया जाए तो यह और कम नज़र आते हैं। पौष्टिक आहार भत्ते के नाम पर सिपाही व हेड कांस्टेबल एवं दरोगा को प्रति माह 1875 रुपए मिलते हैं। साइकिल दो सौ रुपए, 100 रुपए मिलते हैं। पुलिसकर्मी कहते हैं कि मंहगाई के इस दौर में भत्ते की रकम से पूरा महीना चलाना संभव नहीं। बंदी के लिए भोजन के रुपए भी कम है लिहाजा इसमें बढ़ोतरी की आस भी है उन्हें कि इस बार मुख्यमंत्री पुलिसकर्मियों के लिए कुछ सौगात जरुर देंगे।

शहीदों की याद में मनाया जाता है स्मृति दिवस

21 अक्टूबर 1959 में देश की उत्तरी सीमा पर शत्रु सेना से लड़ते हुए केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 10 जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले ईमान सिंह, पूरन सिंह, नुरबू लामा, बेगराज, माखनलाल, शिवनाथ, मनजीत सुबा, धरम सिंह, श्रवण दास व शेरिग नुरबू की याद में हर साल इस दिन पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है।

Bundelkhand Central UP Purvanchal Raj Dharm UP Uttar Pradesh

जरायम की दुनिया से लेकर राजनीति के गलियारों तक चलता था मुख्तार का सिक्का

मऊ/गाजीपुर। तीन दशक से अधिक समय तक जरायम की दुनिया में हुकूमत करने माफिया सरगना मुख्तार अंसारी की तूती पूर्वांचल की राजनीति में भी सिर चढ़ कर बोलती थी। मऊ जिले में सदर विधानसभा के पूर्व विधायक रहे मुख्तार की गुरुवार को बांदा के सरकारी अस्पताल में हृदयाघात से मृत्यु हो गयी थी। गाजीपुर के […]

Read More
Analysis Bundelkhand Central UP homeslider Purvanchal Raj Dharm UP Uttar Pradesh

EXCLUSIVE: योगी के भय से कुछ दिनों पहले गई थी मुख्तारी, अब चला गया मुख्तार…

यूपी के सीएम योगी क्राइम, क्रिमिनल और करप्शन पर क्यों करते हैं करारा प्रहार ‘योगी नाम केवलम’ जपने के बाद भी नहीं मिल सकी थी जीते जी रियायत सियासत में कई ऐसे नेता हैं, जिन्होंने जुर्म की दुनिया में रहते हुए राजनीति की ओर रुख किया। हालांकि वे सियासत में आकर भी अपनी ‘दबंग’ छवि […]

Read More
Bundelkhand Central UP homeslider Purvanchal Uttar Pradesh

एक था मुख्तारः कौन था अंसारी और कहां से प्रचलन में आया ‘माफिया’ शब्द

‘बुलेट, बम और बैंक बैलेंस के विरोधी ‘बाबा’ के आने के बाद सलाखों के पीछे पहुंचा था मुख्तार विनय प्रताप सिंह लखनऊ। उत्तर प्रदेश से जरायम का एक और अध्याय बंद हो गया। पूर्वांचल का सबसे कुख्यात माफिया को बुंदेलखंड के बांदा जेल में हार्ट अटैक आया और उसका इंतकाल हो गया। इसकी खबर मिलते […]

Read More