लखनऊ। हरियाणवी डांसर सपना चौधरी को मंगलवार को लखनऊ के सिविल कोर्ट में पेश होना था। लेकिन वह कोर्ट में पेश नहीं हुईं। जिसके चलते मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शान्तनु त्यागी सपना चौधरी को गिरफ्तार करके 30 सितंबर तक कोर्ट में पेश करने का आदेश जारी किया है। दरअसल उन पर एक डांस इवेंट के टिकट बेचकर जनता से लाखों रुपए एकत्र कर और फिर कार्यक्रम में उपस्थित न होकर पैसा हड़पने का आरोप है। इस मामले में सपना ने कोर्ट में हाजिर होकर अपनी जमानत करा ली थी। लेकिन कोर्ट ने अभियोजन प्रपत्रों की नकल देने के बाद सपना पर आरोप तय करने के लिए सोमवार की तारीख तय की थी। गिरफ्तारी वारंट हुआ था जारी बता दें कि कोर्ट से सोमवार की तारीख मिलने के बाद सपना को सुनवाई के समय कोर्ट में हाजिर होना था। लेकिन वह कोर्ट में हाजिर नहीं हुईं ओर न ही उनकी तरफ से कोई हाजिरी माफी की अर्जी दी गई। जिसके बाद कोर्ट ने सपना चौधरी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आदेश जारी किया था।
जिसके बाद छह अगस्त को उन्हें कोर्ट में हाजिर होना था। लेकिन वह मंगलवार को भी कोर्ट में सरेंडर करने नहीं पहुंची। जिसके चलते उन्हें 30 सितंबर तक गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने के आदेश जारी किए गए हैं। ये था पूरा मामला गौरतलब है कि सपना चौधरी के खिलाफ 14 अक्टूबर 2018 में सब इंस्पेक्टर फिरोज खान ने लखनऊ के आशियाना थाने एफआईआर दर्ज कराई थी। सपना चौधरी के अलावा कार्यक्रम के आयोजकों जुनैद अहमद, नवीन शर्मा, इवाद अली, अमित पांडे और रत्नाकर उपाध्याय के नाम भी एफआईआर में दर्ज है। दरअसल 13 अक्टूबर 2018 को स्मृति उपवन में तीन से 10 बजे तक डांस प्रोग्राम आयोजित होना था। सपना चौधरी के प्रोग्राम के टिकट ऑनलाइन और ऑफलाइन 300.300 रुपये में बेचे गए थे। लेकिन सपना चौधरी पर कार्यक्रम में न आने और आयोजकों के पैसे हड़पने का आरोप है। (BNE)