राजेश जायसवाल
नौतनवां/महराजगंज। कहने की जरूरत नहीं कि नोबल मीडिया पर जब से पोर्टल न्यूज का दौर चला है तबसे कुकुरमुत्तों की तरह पत्रकारों की बाढ़ आ गई है। मानक देखें तो वहीं न्यूज पोर्टल मान्य है जिसका अपना अखबार या मैगजीन हो। शासन के लाख निर्देश के बावजूद अवैध तरीके से चल रहे न्यूज पोर्टल पर अंकुश लगाने का प्रयास जिम्मेदारों द्वारा नहीं हो रही। इन न्यूज पोर्टलों पर ज्यादा तर खबरें भ्रामक व झूठे होते हैं। इतना ही नहीं ऐसे कथित तमाम पत्रकार अवैध कामों भी व्यस्त हैं। इनकी पत्रकारिता का दायरा भी थाना, ब्लाक और ग्राम प्रधानों के इर्द गिर्द तक ही है।ऐसे कथित पत्रकारों की वजह से ही ईमानदार और निष्पक्ष पत्रकारिता कर रहे लोग बदनाम हो रहे हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व नगर मंत्री व सामाजिक कार्यकर्ता आशुतोष त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री के शिकायत पटल पर ऐसे पत्रकारों के खिलाफ शिकायत कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा है कि सीमावर्ती क्षेत्र में न्यूज़ पोर्टल के नाम पर कई लोग पत्रकार बन तस्करी करा रहे हैं और विज्ञापन के नाम पर वसूली कर रहे हैं। शिकायत में यह भी कहा गया है कि पोर्टल पर फर्जी व भ्रामक खबरें भी फैलाई जा रही हैं। ऐसे न्यूज पोर्टलों की जांच कर उसे बंद कराया जाए।