राजीव पांडेय
गोरखपुर। गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विजयादशमी के अवसर पर शहीद अशफ़ाक उल्ला खान प्राणी उद्यान में व्हाइट टाइगर को मुख्य बाड़े में छोड़कर पर्यटकों को नई सौगात दिया। इस दौरान उन्होंने तेंदुए के बच्चे को दूध पिलाया और उनका नामकरण भी किया। साथ ही कुछ देर तेंदुए के बच्चे के साथ खेलते रहे। यह दृश्य काफी मनमोहक रहा, जब वह काफी देर तक तेंदुए के बच्चों को बोतल से दूध पिलाते और उसका सिर सहलाते हुए दिखाई दिए मुख्यमंत्री ने तेंदुओं के बच्चों का नामकरण भी किया एक का भवानी और दूसरे का नाम चंडी रखा है। ये तेंदुए के बच्चे चिड़ियाघर के अस्पताल में रखे गए हैं। वन्य जीव सप्ताह के तहत गोरखपुर चिड़ियाघर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने गंगा डॉल्फिन संबधी पोस्टर रिलीज करने के साथ प्रदेश के जलीय जीवों पर डाक विभाग के स्पेशल कवर का भी अनावरण किया। साथ ही चिड़ियाघर के निदेशक डॉ एच राजमोहन, पशु चिकित्साधिकारी डॉ योगेश सिंह, उप क्षेत्रीय वनाधिकारी रोहित सिंह को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने वन्यजीव सप्ताह के अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य भी तभी संरक्षित रहेगा जब वह प्रकृति के प्रति और जीव-जंतुओं के संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को लेकर सजग रहेगा। उन्होंने वन्यजीवों के संरक्षण हेतु सभी लोगों से योगदान के लिए अपील किया। मुख्यमंत्री ने वन्यजीव संरक्षण तथा ईको टूरिज्म को लेकर प्रदेश सरकार के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि लखनऊ में प्रदेश का पहला नाइट सफारी शुरू करने की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। इससे ईको टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, वन्यजीवों के प्रति सम्मान की भावना जागृत होगी, मनोरंजन के साथ बच्चों का ज्ञानवर्धन भी होगा। उन्होंने कहा कि चित्रकूट के रानीपुर में टाइगर रिजर्व बनाए जाने की घोषणा हो चुकी है। भगवान राम ने अपने वनवास काल का सर्वाधिक समय चित्रकूट में ही व्यतीत किया था सरकार वन्यजीवों के लिए महाराजगंज, मेरठ, चित्रकूट, पीलीभीत आदि जगहों पर रेस्क्यू सेंटर बना रही है। महाराजगंज के सोहगीबरवा क्षेत्र में गिद्ध संरक्षण केंद्र बनाया जा रहा है।