रंजन कुमार सिंह
झारखंड के विधायकों के लाखों रुपये नोट के साथ गिरफ्तारी के मामले में कोलकाता की खुफिया एजेंसी ज्यादा सक्रिय है। CID ने अशोक धानुका नाम के शख्स को नोटिस भेजा है। मालूम हो कि वह असम के उद्योगपति हैं। सोमवार सुबह 10 बजे उन्हें भवानीभवन बुलाया गया है। बताया जा रहा है कि अशोक धानुका असम के CM हिमंत बिस्व सरमा के करीबी हैं। CID के अधिकारियों का कहना है कि कारोबारी ने पैसे दिए थे।
जब CID का प्रतिनिधिमंडल उनके घर नोटिस देने गया तो उन्होंने देखा कि असम पुलिस उनके घर के सामने पहरा दे रही है। बता दें कि कुछ दिन पहले हावड़ा के पांचला इलाके में एक काले रंग की कार से लाखों रुपये बरामद किया गया था। वेस्ट बंगाल CID घटना की जांच कर रही है। विधायकों की गाडिय़ों से बरामद किए गए लाखों रुपये के सोर्स का जवाब खोजने में CID के जासूस सक्रिय हो गए हैं। इसे लेकर राज्य के खुफिया पुलिस अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली भी गया था, लेकिन दिल्ली पुलिस की ओर से असहयोग की शिकायतें आई थीं।
दिल्ली में CID की छापामारी में लगाया अडंगा
दिल्ली गये CID प्रतिनिधिमंडल को भी कथित तौर पर रोक दिया गया था। इस महीने की शुरुआत में CID अधिकारियों ने दिल्ली में महाराष्ट्र के एक नेता सिद्धार्थ मजूमदार के घर पर छापा मारा था। कथित तौर पर उस वक्त दिल्ली पुलिस ने उन्हें रोका था। आरोप है कि वारंट होने के बावजूद उन्हें थाने में रोककर रखा गया। इस बार असम के एक कारोबारी अशोक धानुका को भी हाजिरी नोटिस भेजा गया है। सूत्रों के मुताबिक, व्यवसायी असम के मुख्यमंत्री के करीबी हैं।
CID ने व्यवसायी महेंद्र अग्रवाल से की पूछताछ
संयोग से, CID अधिकारियों ने पहले कोलकाता में बीकानेर की इमारत में एक ट्रेडिंग कंपनी के कार्यालय पर छापा मारा था और कई लाख रुपये बरामद किए थे। उस कार्यालय के मालिक महेंद्र अग्रवाल से भी पूछताछ की गई है। इस बार CID के जासूस इस बात पर नजर रख रहे हैं कि क्या उन्हें असम के इस कारोबारी से पूछताछ करने पर कोई नई जानकारी मिलती है। दूसरी ओर, इस गिरफ्तारी को लेकर झारखंड के विधायकों ने कलकत्ता हाई कोर्ट के डिवीजन बेंच में अपील की है और पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।