कमरे से मिला सुसाइड नोट
एक महिला को ठहराया मौत का जिम्मेदार
लिखा कि भगवान कभी तुम्हें माफ़ नहीं करेगा
गोमतीनगर विस्तार क्षेत्र में हुई घटना का मामला
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। गोमतीनगर विस्तार स्थित शिप्रा अपार्टमेंट में रहने वाले ठेकेदार प्रशांत विजय सिंह ( 41 ) ने रविवार सुबह खुदकुशी कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही थी कि कमरे से एक सुसाइड नोट मिला जिसमें उन्होंने अपनी मौत का जिम्मेदार पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्यरत एक महिला पर लगाया है साथ में यह भी जिक्र किया है कि तुमने झूठा आरोप लगवाकर जेल भिजवाया था तुम्हें भगवान कभी माफ़ नहीं करेगा। पुलिस छानबीन कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पूरे घटनाक्रम पर एक नजर
गोमतीनगर विस्तार स्थित शिप्रा अपार्टमेंट में रहने वाले प्रशांत विजय सिंह अपने परिवार के साथ रहकर ठेकेदारी करते थे। बताया जा रहा है कि रोज की रविवार सुबह बच्चों के साथ नाश्ता करने के बाद अपने कमरे में चले। काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकले तो घरवाले उन्हें आवाज़ दी। जवाब न मिलने पर खिड़की से झांक कर देखा तो उनका शव फांसी के फंदे पर झूल रहा था। यह माजरा देख घरवालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। डीसीपी पूर्वी प्राची सिंह के मुताबिक मामले की छानबीन शुरू की गई तो पता चला कि इसी साल गाजीपुर थाने से रेप के मामले में मृतक जेल गया था, तभी से वह अवसाद में रहता था।
पुलिस का कहना है कि पड़ताल के दौरान कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें अपनी मौत का जिम्मेदार पीडब्ल्यूडी विभाग में कार्यरत एक महिला को ठहराया है और इसके अलावा यह भी लिखा है कि तुमने झूठा केस लगवाकर जेल भिजवाया था तुम्हें भगवान कभी माफ़ नहीं करेगा।
पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच-पड़ताल कर रही है। जांच पड़ताल में जुटे एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि घरवालों ने अभी कोई तहरीर नहीं दी है। अगर वह किसी के खिलाफ तहरीर देंगे तो उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।