लातेहार। लातेहार जिले से मानवता को कलंकित करने वाली एक खबर सामने आई है। जहां अस्पताल के कर्मचारियों ने 18000 रुपये नेग के लिए पांच घंटे तक एक गर्भवती महिला का प्रसव रोक दिया। आखिर में महिला के परिजनों ने कान की बाली निकाल कर दी। इसके बाद महिला का प्रसव कराया, लेकिन गर्भ में ही बच्चे की मौत हो चुकी थी। इस घटना के बाद महिला के परिजनों ने आरोपी कर्मियों के खिलाफ पुलिस में तहरीर दी है। पुलिस ने इनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामला लातेहार जिले के हेरहंज प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है। पांच घंटे तक दर्द से तड़पती रही।
गर्भवतीः परिजनों ने बताया कि प्रसव पीड़ा शुरू होने के बाद महिला को अस्पताल ले जाया गया था। वह दर्द से तड़प रही थी। बावजूद इसके लालच के वशीभूत अस्पताल के कर्मचारियों ने उसका प्रसव रोक दिया। परिजनों ने बताया कि यदि समय रहते प्रसव कराया गया होता तो उनके बच्चे की जान बच गई होती। हंगामे की सूचना पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सुरेश राम और बीडीओ प्रदीप कुमार दास मौके पर पहुंचे। इन्होंने पीड़ित परिवार से बात करने के बाद दोनों नर्सों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उधर, परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। (BNE)