राजेश जायसवाल
सोनौली/महराजगंज। भारत-नेपाल सीमा नशीली दवाओं के हब के रूप में तेजी से विकसित हो रहा है। सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों के कड़ी चौकसी के बावजूद इस धंधे में लिप्त तस्कर झाड़ झंखाड़ व नदी नालों के रास्ते अपना काम करते रहने से बाज नहीं आ रहे। नेपाल की खुली सीमा से लगातार पकड़ में आ रहे नशीली दवाओं की खेप इसका प्रमाण है। मंगलवार की सुबह करीब 9:00 बजे सोनौली पुलिस व एसएसबी के सहयोग से कोतवाली क्षेत्र के श्याम काट गांव के पास गश्त के दौरान पगडंडी मार्गों से भारत से नेपाल आते दो युवकों के पास से नशीली दवाओं की खेप बरामद हुई। वे एक थैले में नशीला इंजेक्शन 976 एम्पुल, 51 पीस कफ सिरप तथा 2074 पीस टेबलेट लेकर नेपाल जा रहे थे।
इनके पास से जो दवाएं बरामद हुई है,वे सब प्रतिबंधित है। बिना डाक्टर के लिखे कोई मेडिकल स्टोर वाला इन दवाओं को बेचता है तो उसका लाइसेंस तक निरस्त हो सकता है। फिर भी नेपाल सीमा के मेडिकल स्टोरों पर बिना डाक्टर के लिखे इन दवाओं की बिक्री धड़ल्ले से जारी है। फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार युवकों को हिरासत में लेकर न्यायालय भेज दिया है। साथ ही अवैध दवाओं की बरामदगी की सूचना जिले के ड्रग इंस्पेक्टर को भी दे दी।। ड्रग इंस्पेक्टर ने दवाओं की जांच की और उसे प्रतिबंधित बताया। इस संबंध में सोनौली कोतवाली के प्रभारी कोतवाल महेंद्र यादव ने बताया कि पुलिस टीम ने सोनू कुमार निवासी सोनौली तथा हरदीप सिंह निवासी भैरहवां को नशे में प्रयोग होने वाली इंजेक्शन और दवाओं के साथ गिरफ्तार किया है। दवाओं को सीज कर दोनों को चलान कर न्यायालय भज दिया गया है।