छतरपुर। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के एक गांव में आज बोरवेल में गिरी तीन साल की बालिका नैन्सी को रात्रि में सुरक्षित निकाल लिया गया। बताया गया है कि बिजावर थाना क्षेत्र के ललगुवांपाली गांव के एक खेत के खुले बोरवेल में तीन वर्षीय नैन्सी विश्वकर्मा अपरान्ह बाद गिर गयी थी। उसे बचाने के लिए विशेषज्ञों की मदद ली गयी और कुछ घंटों के प्रयास के बाद रात्रि में उसे रस्सियों के सहारे सुरक्षित निकाल लिया गया। CM शिवराज सिंह चौहान ने स्वयं ट्वीट के जरिए बालिका को सुरक्षित निकालने की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि बेटी को सुरक्षित निकाल लिया गया। इस कार्य में सहयोग के लिए जिला प्रशासन के सभी साथियों और नागरिकों के प्रति आभार। बताया गया है कि सिलसिलेवार ट्वीट में उन्होंने कहा कि नैंसी की मां से फोन पर बात की। यह जानकर संतोष और आनंद हुआ कि बेटी स्वस्थ है। उसे सामान्य चेकअप के लिए अस्पताल ले जाया गया है। बेटी के पिता नहीं है, लेकिन उसके मामा शिवराज उसके साथ हैं। इसके पहले चौहान ने बेटी को सुरक्षित निकालने के लिए जिला प्रशासन से आवश्यक उपाय करने के लिए कहा था और वे प्रशासन के संपर्क में थे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं खजुराहो सांसद विष्णुदत्त शर्मा भी छतरपुर जिला प्रशासन के संपर्क में थे और उन्होंने बेटी को सुरक्षित निकालने के बाद CM से चर्चा कर उन्हें धन्यवाद दिया।
घटना के समय खेत में काम कर रहे थे परिजन
गांव के लटोरिया परिवार के खेत में रवि विश्वकर्मा अपनी पत्नी रोहिणी व अन्य मजदूरों के साथ मटर बीनने का काम कर रहे थे। पास ही उनकी बेटी खेल रही थी। वहां एक बोर था जो चारे से ढंका हुआ था। तभी नैंसी रेत के ढेर पर खेलते-खेलते उसमें गिर गई। उसे गिरता देख पास काम कर रहे परिजन और मजदूर दौड़े।
CM शिवराज सिंह ने जताई खुशी
शिवराज सिंह चौहान ने बोरवेल में गिरी नैंसी की मां से फोन पर बात की है। बच्ची को सकुशल निकालने के बाद सीएम ने खुशी जताई है। उन्होंने ट्वीट किया है कि यह हम सबके लिए अत्यंत खुशी की बात है कि छतरपुर जिले के ललगुवां गांव में बोरवेल में गिरी बेटी को सकुशल निकाल लिया गया है। इसमें सहयोग करने वाले जिला प्रशासन के सभी साथियों और नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। बेटी को सर्वोत्तम इलाज मिले, यह सुनिश्चित करने के जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। बेटी शीघ्र पूर्णतः स्वस्थ हो, यही प्रार्थना करता हूं।
बच्ची की मां के नहीं थम रहे थे आंसू
बताया गया है कि बच्ची के परिजन और ग्रामीण पूरे टाइम मौके पर डटे रहे। इस दौरान नैंसी की मां का रो-रोकर बुरा हाल था। अधिकारी लगातार उसे ढांढस बंधाते रहे। भरोसा देते रहे कि बच्ची को जल्द ही सकुशल निकाल लिया जाएगा और आखिरकार बच्ची को सकुशल बचा लिया गया।(इनपुट-वार्ता/गूगल)