पहला मंत्र : कहते हैं कि जीवन में सबसे जरूरी है संकटों और कष्टों से दूर रहना। इनसे दूर रहने के लिए “ॐ गं गणपतये नमः” मन्त्र की 1 माला का जाप करने से आपके जीवन में संकट नहीं आएंगे और यदि आ भी गए तो गणेश जी की कृपा से उनका प्रभाव कम हो जाएगा।
दूसरा मंत्र : जीवन में वही लोग आगे बढ़ पाते हैं जो निराशा और आलस्य का त्याग करते हैं। कहते हैं कि “वक्रतुण्डाय हुं” मन्त्र की दो माला का जाप करने से जीवन में आशा का संचार होता है। जहां आशा है, वहां उत्साह है और उत्साह के साथ सभी तरह की विपत्तियों का नाश हो जाता है।
तीसरा मंत्र : जीवन में आर्थिक समस्या और आत्मविश्वास की कमी के कारण कई तरह की समस्याएं पैदा होती हैं। धन और आत्मबल की प्राप्ति के लिए “ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा” मन्त्र की एक माला का जाप आपका जीवन बदल सकता है। यह एक ऐसा मंत्र है, जिससे धन आगमन के नए रास्ते खुलेंगे और आत्मविश्वास का विकास होगा, जिससे आप तेजी से उन्नति के मार्ग पर बढ़ेंगे।
कुण्डली में ग्रहों की स्थिति और उनपर ग्रहों की दृष्टि तय करती है उम्र की सीमा,
चौथा मंत्र हर तरह की सफलता के लिए : जीवन में हर व्यक्ति आगे बढ़ने के लिए काम करता है और उसे उस काम से नाम, शोहरत और पैसे की आस होती है। खास बात यह है कि मेहनत तो सभी करते हैं, लेकिन मेहनत के बाद भी कई लोगों को सफलता नहीं मिलती। “ॐ वक्रतुण्डैक दंष्ट्राय क्लीं ह्रीं श्रीं गं गणपते वर वरद सर्वजनं मे वशमानय स्वाहा” एक ऐसा मंत्र है जो ना केवल बहुत आसान है बल्कि यह मंत्र आपको हर तरह के काम में उन्नति दिला सकता है। यदि आप जीवन में सफलता चाहते हैं तो आपको इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। इससे पैसा, शोहरत और सफलता तीनों से आप संपन्न हो सकते हैं।
पांचवां मंत्र : मान्यता है कि गणपति जी के “ॐ हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा” मंत्र के जाप से हर तरह के कष्ट, विघ्न और दुख दूर होते हैं। यह सिद्धि, शोहरत और समृद्धि देने वाला मंत्र है। इसका जाप हर व्यक्ति को रोजाना करना चाहिए। हिन्दू धर्म में मन्त्रों का अत्यधिक महत्व माना गया है। अगर परम श्रद्धा के साथ भगवान गणेश का स्मरण कर, उनके मंत्रो का जाप किया जाए, तो भगवान गणेश को प्रसन्न कर, भक्त अपने हर विघ्न को समाप्त कर सकते हैं। विघ्नहर्ता श्रीगणेश अपने भक्तों के सारे दुख हर लेते हैं और उनके जीवन में धन-वैभव की कमी नहीं रहती है।