टोक्यो। प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा है कि जापान-रूस (Japan-Russia)के व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ नए प्रतिबंधात्मक उपाय करेगा। जिसमें रूस (Russia) को ड्रोन के पुर्जों के निर्यात पर प्रतिबंध शामिल होगा। जापान विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। G-7 समूह के नेताओं ने शुक्रवार को यूक्रेन में रूस के विशेष सैन्य अभियान की शुरुआत की पहली बरसी पर रूस के वित्तीय संस्थानों पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने पर सहमति व्यक्त की। मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि G-7 शिखर सम्मेलन के दौरान किशिदा ने कहा कि जापान रूस के खिलाफ नए प्रतिबंधों को लागू करने जा रहा है। जिसमें निर्यात प्रतिबंध जैसे ड्रोन के पुर्जे और रूस के व्यक्तियों और संगठनों के साथ वित्तीय संस्थान (Financial institution) की संपत्ति को फ्रीज करना शामिल है।
रूस के लोगों पर बैन लगाएगा जापान
मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि G-7 शिखर सम्मेलन के दौरान किशिदा ने कहा कि जापान रूस के खिलाफ नए प्रतिबंधों को लागू करने जा रहा है। जिसमें निर्यात प्रतिबंध जैसे ड्रोन के पुर्जे और रूस को लोगों और संगठनों के साथ वित्तीय संस्थान की संपत्ति को फ्रीज करना शामिल है।
अमेरिका ने रूस पर लगाए नई प्रतिबंध लगाए,
बताया गया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध का एक साल पूरा होने पर शुक्रवार को अमेरिका ने भी रूसी बैंकों, कंपनियों और नागरिकों पर नए प्रतिबंध लगाए। वाशिंगटन में जारी बयान के मुताबिक, अमेरिकी वित्त विभाग की अब तक की सबसे महत्वपूर्ण प्रतिबंध कार्रवाई में रूस के धातु और खनन क्षेत्र को भी टारगेट किया गया है। G-7 सहयोगी देशों के समन्वय के साथ लिए गए इस फैसले का मकसद 250 लोगों और कंपनियों, शस्त्र डीलरों पर कार्रवाई के साथ ही बैंकों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाना है।
रूस का दावा यूक्रेन के छह स्टेशन निष्क्रिय किए,
गौरतलब है कि इससे पहले रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को दावा किया कि उसने यूक्रेन में छह रेलवे स्टेशनों को निष्क्रिय कर दिया। मंत्रालय के मुताबिक इन स्टेशनों का इस्तेमाल पूर्वी यूक्रेन में पश्चिमी निर्मित हथियारों के साथ यूक्रेनी सेना (Ukrainian army) को भेजे जाने के लिए हो रहा था। मंत्रालय ने कहा कि उसने रेलवे स्टेशनों की बिजली आपूर्ति पर बमबारी कर उन्हें निष्क्रिय किया है। बताया गया है रूसी मंत्रालय ने यह भी कहा कि उसने 40 यूक्रेनी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें गोला-बारूद और तोपखाने के हथियारों के चार डिपो भी शामिल थे। बता दें रूस और यूक्रेन के बीच दो महीने से भी ज्यादा समये से घमासान जंग जारी है। (इनपुट-वार्ता/गूगल)