नगर निगम विभाग को किसी बड़े हादसे का इंतजार
कई बार शिकायतों के बावजूद नहीं रेंगा जूं
ए अहमद सौदागर
लखनऊ। वैसे तो देश के प्रधानमंत्री व यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ स्वच्छ भारत व स्वच्छ प्रदेश बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कड़वा सच यही है कि इनका आदेश और निर्देश लखनऊ नगर निगम के आलाधिकारियों के लिए शायद मायने नहीं रखता। शहर के अन्य भागों की बात छोड़ दें सिर्फ चिनहट क्षेत्र के अयोध्या रोड पर बसे गांव सेमरा पर नज़र डालें तो शुरुआती दौर में ही कदम रखने के बाद नगर निगम विभाग की कार्यशैली नज़र आ जाएगी कि यहां किस कदर बरसात में जलभराव की स्थिति बनी रहती है।
वहां पर देखा जा सकता है कि प्रज्ञा बालिका इंटर कॉलेज है, वहां पर स्कूल की छुट्टी होने पर छात्र छात्राओं को घर जाने के कठिनाइयों का सामना कर गुजरना पड़ रहा है। वैसे तो नगर निगम विभाग की फाइलों में सबकुछ ठीक ठाक है, लेकिन इस जलभराव पूरी तरह से दावे को झुठला रहे हैं।
,,, यहां चलें जरा संभलकर,,,
राजधानी लखनऊ शहर से करीब 15-16 किलोमीटर दूर स्थित सेमरा गांव है। यहां गांव में दाखिल होते ही एक तालाब नजर आएगा, जहां हर समय जलभराव ही जलभराव रहता है। वैसे तो साफ सफाई अभियान कई बार इस क्षेत्र में चलाए गए, लेकिन संबंधित विभाग के आलाधिकारियों की उन स्थानों पर नज़र नहीं पहुंच पा रही है, जहां जलभराव से कभी बड़ा हादसा हो सकता है।