डॉ दिलीप अग्निहोत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्रमिक कल्याण की अनेक योजनाओं का क्रियान्वयन कर रहे हैं। विश्वकर्मा जयन्ती की पूर्व संध्या पर योगी आदित्यनाथ ने श्रमिकों को सौगात दी। लोक भवन में विश्वकर्मा जयन्ती की पूर्व संध्या पर ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ के अन्तर्गत टूल किट वितरण तथा एमएसएमई क्षेत्र हेतु 50 हजार करोड़ रुपये का मेगा ऋण वितरण किया गया। मुख्यमंत्री ने अनेक श्रमिकों को टूल किट तथा एमएसएमई क्षेत्र के उद्यमियों को ऋण के प्रतीकात्मक चेक प्रदान किए।
सभी जनपदों में ऋण वितरण के कार्यक्रम आयोजित किए गए। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रमिकों के हुनर को आगे बढ़ाने के लिए सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। ऑल इण्डिया इंस्टीट्यूट ऑफ पैकेजिंग का निर्माण किया जा रहा है, जिससे अच्छी पैकेजिंग के माध्यम से आपके प्रोडक्ट देश व दुनिया में पहुंच सकें। डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट बन रहे हैं, जिससे नए डिजाइन उपलब्ध हो सकें।
परम्परागत उद्योगों के प्रोत्साहन के लिए ‘एक जनपद एक उत्पाद योजना’ ओडीओपी सफ़लता के साथ आगे बढ़ रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस योजना को ‘लोकल फॉर ग्लोबल’ तथा ‘आत्मनिर्भर भारत’ की आधारशिला माना है। यह ‘नए भारत का नया उत्तर प्रदेश’ है। वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ की शुरुआत की। अब तक एक लाख से अधिक ऐसे कारीगरों तथा हस्तशिल्पियों को इस योजना के माध्यम से आगे बढ़ाने का कार्य किया गया है। इसके लिए उनका प्रशिक्षण किया गया। उन्हें टूलकिट उपलब्ध कराते हुए प्रोत्साहित किया गया।
कोरोना काल में लॉकडाउन के समय लगभग 40 लाख श्रमिक व कामगार प्रदेश में वापस आए थे। उन्हें प्रदेश की एमएसएमई यूनिट में ही समायोजित किया गया था। प्रदेश की 58 हजार ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय का निर्माण किया जा चुका है। इनके निकट एक हाट का निर्माण होगा। इनमें अलग-अलग प्रकार के कारीगरों के लिए जगह निर्धारित होगी।