उज्जैन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर परिसर में बनाए गए आध्यात्म और तकनीकी के अद्भुत संगम महाकाल लोक परियोजना के पहले चरण का लोकार्पण करते हुए इसे राष्ट्र को समर्पित किया। मोदी ने लगभग 900 मीटर लंबे भव्य महाकाल लोक के प्रवेश द्वार ‘नंदी द्वार’ पर रक्षा सूत्र से बनाए गए, शिवलिंग का रिमोट दबा कर लोकार्पण किया।
वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मोदी परिसर में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ कुछ देर टहले। इस दौरान मुख्यमंत्री चौहान उन्हें लगातार महाकाल लोक के बारे में जानकारी देते हुए दिखाई दिए। पैदल चलते हुए मोदी महाकाल लोक परिसर में बनाए गए त्रिपुरासर संहार के दृश्य, सप्तर्षि मंडल परिसर, नवग्रह परिसर और रूद्रसागर के समीप भी गए। हर स्थान पर प्रधानमंत्री विशेष रुचि लेकर यहां के विहंगम और नयनाभिराम दृश्यों का अवलोकन करते दिखाई दिए।
इसके बाद मोदी परिसर की सैर के लिए इलेक्ट्रिक वाहन में सवार हुए। इसी वाहन के माध्यम से उन्होंने पूरे महाकाल लोक की सैर की। महाकाल लोक में शिवपुराण से जुड़ी बहुत सी कथाएं प्रदर्शित की गईं हैं। जिनके बारे में वहां लगे बार कोड के माध्यम से जानकारी ली जा सकती है। यहां 108 स्तंभ बनाए गए हैं। जिनमें शिव तांडव से जुड़ी जानकारी नक्काशी और भित्ति चित्रों के माध्यम से दी गई है। महाकाल लोक कल से श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएगा। (वार्ता)