CCI ने Google को अनुचित कारोबारी गतिविधि बंद करने का भी दिया निर्देश,
नया लुक ब्यूरो
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने गुरुवार को ग्लोबल टेक कंपनी गूगल पर 1,337.76 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। एंड्रॉयड मोबाइल डिवाइस इकोसिस्टम में कई बाजारों में अपनी मजबूत स्थिति का गलत इस्तेमाल करने को लेकर यह कार्रवाई की गई है। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने गुरुवार को ग्लोबल टेक कंपनी गूगल पर 1,337.76 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। एंड्रॉयड मोबाइल डिवाइस इकोसिस्टम में कई बाजारों में अपनी मजबूत स्थिति का गलत इस्तेमाल करने को लेकर यह कार्रवाई की गई है। इसके अलावा, CCI ने प्रमुख इंटरनेट कंपनी को अनुचित कारोबारी गतिविधियों को रोकने और बंद करने का निर्देश दिया है।
कामकाज का तरीका भी बदलने का आदेश
आयोग ने गुरुवार को प्रेस रिलीज में कहा कि गूगल को एक निर्धारित समय-सीमा के भीतर अपने कामकाज के तरीके में बदलाव करने का निर्देश भी दिया गया है। CCI ने अपने बयान में कहा कि दिग्गज टेक कंपनी ने नॉन-ओएस वेब स्पेसेफिक वेब ब्राउजर मार्केट में अपनी मौजूदगी को बढ़ाने के लिए ऐप स्टोर मार्केट में अपनी मौजूद स्थिति का गलत इस्तेमाल किया है।
इससे पहले भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने इसी महीने समाचार सामग्री के संबंध में राजस्व बंटवारे की कथित अनुचित शर्तों को लेकर इंटरनेट कंपनी गूगल के खिलाफ एक और विस्तृत जांच का आदेश दिया था। CCI ने 8 अक्टूबर को जारी इस आदेश में कहा था कि इस संबंध में नियामक की जांच शाखा के महानिदेशक (डीजी) अब मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेंगे। CCI के अनुसार, यह मामला गूगल के खिलाफ चल रहे दो अन्य मामलों के साथ जोड़ा जाएगा जहां आरोप काफी हद तक समान हैं।
लगातार सवालों के बीच कंपनी
गूगल के खिलाफ यह आदेश दरअसल न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन की तरफ से दर्ज एक शिकायत के बाद आया था। एसोसिएशन ने आरोप लगाया था कि सर्च इंजन के परिणाम वाले पेज में अपने वेबलिंक को प्राथमिकता देने के लिए उसके सदस्यों को गूगल को अपनी समाचार सामग्री प्रदान करने के लिए मजबूर किया जाता है।
आपको बता दें कि गूगल लगातार सवालों में घिरी हुई है। भारत के अलावा यूरोप, अमेरिका और दक्षिण कोरिया में भी कंपनी को आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। यूरोप में उस पर आरोप हैं कि कंपनी सर्च में गूगल शॉपिंग को बढ़ावा दे रही है। वहीं अपने एप को प्राथमिकता देने और ऑनलाइन एड में कंपटीशन खत्म करने का आरोप है। वहीं अमेरिका में कंपनी पर सर्च में खास नतीजों और गूगल पे सर्विस को को प्राथमिकता देने का आरोप है। इन मामलों में कंपनी पर अरबों डॉलर का जुर्मान लग चुका है।