आज CM हाउस बुलाए गए UPA के सभी विधायक,
रंजन कुमार सिंह
रांची। महाराष्ट्र जैसी घटना का डर झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस गठबंधन को लंबे समय से सता रहा है। इस UPA गठबंधन ने आरोप भी लगाए हैं कि BJP झारखंड सरकार को गिराने की लगातार कोशिश कर रही है। अब ऑफिस ऑफ प्रॉफिट से जुड़े विवाद में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ केंद्रीय चुनाव आयोग में सुनवाई पूरी होने के बाद झारखंड की सरकार ‘एक्स्ट्रा अलर्ट मोड’ में है। इस मामले में फैसला कभी भी आ सकता है। इसी को देखते हुए गठबंधन ने शनिवार को सभी विधायकों की बैठक बुलाई है। साथ ही, यह भी कहा गया है कि सभी विधायक राजधानी रांची के आसपास ही रहें अन्यत्र न जाएं।
BJP ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर अपने नाम माइनिंग लीज लेने का आरोप लगाते हुए उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द करने की मांग की थी। इसी मामले में चुनाव आयोग ने सुनवाई की। अब चुनाव आयोग का फैसला किसी भी दिन आ सकता है। उधर माइनिंग लीज और शेल कंपनियों में निवेश के आरोपों से संबंधित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने भी सुनवाई पूरी ली है और अपना फैसला सुरक्षित रखा है।
फैसले से बदल सकती है झारखंड की राजनीति
चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट दोनों के आगामी फैसले राज्य के सत्ता समीकरण को प्रभावित कर सकते हैं। लिहाजा, इन सबके मद्देनजर UPA ने शनिवार को सीएम आवास में बेहद ज़रूरी मीटिंग बुलाई है। गठबंधन के सभी विधायकों को राज्य की राजधानी रांची के आस-पास मौजूद रहने को कहा गया है।
माना जा रहा है कि किसी भी संभावित खतरे के मद्देनजर सरकार अपने गठबंधन की किलेबंदी की मजबूती सुनिश्चित करना चाहती है। बीते 30 जुलाई को कांग्रेस के तीन विधायक कोलकाता में 49 लाख रुपये कैश के साथ पकड़े गये थे। कांग्रेस नेतृत्व ने अपनी प्रारंभिक जांच में पाया था। कि ये तीनों झारखंड की सरकार को गिराने के लिए असम से रची जा रही एक साजिश का हिस्सा बन गए थे और इसी वजह से इन तीनों को पार्टी ने निलंबित कर रखा है। कांग्रेस को लगता है कि साजिश के तार अब भी बुने जा सकते हैं। लिहाजा, तीन निलंबित विधायकों के अलावा पार्टी के अन्य 15 विधायकों की हर गतिविधि पर नेतृत्व की अब गहरी निगाह है।
विधायकों को निर्देश, स्पीकर ने रद्द किया विदेश दौरा
JMM ने भी अपने विधायकों को ऐसे ही निर्देश दिए हैं। विधानसभा में जेएमएम के सचेतक विधायक मथुरा महतो ने कहा कि पार्टी के सभी विधायक शनिवार को सीएम आवास पर 11 बजे पहुंचेंगे। इधर जेएमएम से ताल्लुक रखने वाले झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो को कनाडा में होने वाली राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की बैठक में शिरकत करने के लिए गुरुवार को रवाना होना था लेकिन उन्होंने अंतिम समय में यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया। हालांकि, इसके पीछे उन्होंने अपनी सेहत से जुड़े कारणों का हवाला दिया है। स्पीकर के साथ जेएमएम के विधायक निरल पूर्ति को भी जाना था।
उन्होंने भी यह कार्यक्रम रद्द कर दिया। क्या झारखंड की सरकार को वाकई कोई खतरा है? इस सवाल पर शुक्रवार को पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सरकार में कोई क्राइसिस नहीं है। राज्य में जबसे गठबंधन की सरकार बनी है, BJP तभी से रोज इसके गिरने की मियाद तय करती रहती है। भट्टाचार्य ने कहा कि शनिवार को बुलाई गई UPA की बैठक राज्य में सुखाड़ के मुद्दे पर है।