

हर दिन कुछ खास लेकर आता है। इस दिन क्या पर्व है और क्या तिथि है इस बारे में जान लेने से हमें कई फायदे होते हैं। एक दिन के अंदर एक बार राहुकाल आता है, जो हमें कहता है कि इस समय आपको थोड़ी सावधानी बरतनी है। साथ ही पंचाग हमें ये भी बताता है कि आज किस दिशा की ओर दिशाशूल है। यदि हमें मजबूरन यात्रा भी करनी है तो वह उसका निदान भी बताता है। इसलिए नया लुक आपको नित्य पंचाग देता है, देखिए और लाभ लीजिए।
दिनांक 16 जनवरी 2021
दिन – शनिवार
विक्रम संवत – 2077
शक संवत – 1942
अयन – उत्तरायण
ऋतु – शिशिर
मास – पौष
पक्ष – शुक्ल
तिथि – तृतीया सुबह 0 8: 34 तक तत्पश्चात चतुर्थी
नक्षत्र – शतभिषा 17 जनवरी प्रातः 06:10 तक तत्पश्चात पूर्व भाद्रपद
योग – व्यतिपात रात्रि 0 8: 38 तक तत्पश्चात वरीयान्
राहुकाल – सुबह 0 9: 0 0 से सुबह 10 : 30 तक
सूर्योदय – 0 6: 42
सूर्यास्त – 17: 18
दिशाशूल – पूर्व दिशा में
व्रत पर्व विवरण – विनायक चतुर्थी
विशेष – तृतीया को पर्वल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है।
पंचक
15 जनवरी सायं 5.04 बजे से 20 जनवरी दोपहर 12.37 बजे तक
12 फरवरी रात्रि 2.11 बजे से 16 फरवरी रात्रि 8.55 बजे तक
30 बुधवार मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत
जनवरी 2021 : रविवार, 24 जनवरी 2021- पौष पुत्रदा एकादशी
रविवार, 07 फरवरी 2021- षटतिला एकादशी
प्रदोष व्रत
26 जनवरी: भौम प्रदोष व्रत
पौष अमावस्या- बुधवार, 13 जनवरी 2021
दर्श अमावस्या, माघ अमावस्या- गुरुवार, 11 फरवरी 2021