गांव की गरीब महिलाओं को जोड़ेगी आईसीआरपी दीदीयां

- छः ब्लाकों की 61 दीदियों को आंतरिक रिसोर्स पर्सन का नौ दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया
- ट्रेनिगं डिप्टी कमिश्नर कृष्ण करुणा कर पाण्डेय के मार्गदर्शन में दी गयी
बाँदा। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत जिले के छः ब्लाकों की 61 दीदियों को आंतरिक रिसोर्स पर्सन का नौ दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। आज मंगलवार को प्रशिक्षण का समापन हुआ। आईसीआरपी की ट्रेनिंग एनआरएलएम डिप्टी कमिश्नर कृष्ण करुणा कर पाण्डेय के मार्गदर्शन में दिया गया।
ट्रेनर के रूप में एसआरपी कामिनी साहू ने समूह के गठन के बारे में और मिशन के उद्देश्य को बताया। ट्रेनिंग के दौरान दो दिवसीय गांव का भ्रमण कराया गया। महुआ ब्लाक के खरौंच और मोगौरा गांव में जाकर दीदियों ने भ्रमण किया। गांव में आम सभा की बैठक के दौरान मिशन के बारे में गांव की महिलाओं को बताया और समूह से जुड़ने तथा क्या लाभ मिलेगा आदि की जानकारी दी। गांव में समूह गठन कराये गए। प्रशिक्षण के आखिरी दिन सभी प्रतिभागियों से बीते 9 दिनों में क्या क्या सीखा उसके बारे में ट्रेनरों ने जाना। जिला मिशन प्रबन्धक राकेश कुमार सोनकर ने कहा कि जल्द ही आईसीआरपी दीदियों को गांव में समूह गठन के लिए भेजा जाएगा।
समापन के दौरान डीएमएम प्रवीण कंचनी, अरुण लौर, कार्यालय सहायक अमित चौहान रहे। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और बैग के साथ यात्रा भत्ता दिया गया। इस मौके पर डीआरपी आर के गुप्ता, हनीफ खान, अशोक राज, बीआरपी आशा, सुनीता, राजाबाई के अलावा नरैनी, बड़ोखर खुर्द, महुआ, बबेरू, तिंदवारी, बिसंडा से 61 प्रतिभागी रहे।