अमेरिका में सत्ता हस्तांतरण पर ट्रम्प समर्थकों ने की जबरदस्त हिंसात्मक प्रदर्शन, वाशिगटन में कर्फ्यू, ट्विटर, फेसबुक, इंस्टाग्राम ने ट्रम्प के एकाउंट ब्लॉक किये

दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की सबसे अधिक शर्मसार करने वाली हरकतें सामने आईं। अमेरिका के इतिहास में अपनी तरह की यह पहली घटना है कि लोकतांत्रिक ढंग से चुना गया प्रेसिडेंट अपना कार्यभार नहीं ग्रहण कर पा रहा है। मौजूदा प्रेसिडेंट जिन्हें वहां की जनता ने नकार दिया है अपनी हार मानने को तैयार नहीं है। इसके लिए उनके समर्थकों ने उग्र प्रदर्शन और हिबस की। वाशिंगटन में कर्फ्यू लगाना पड़ा है।
दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बुधवार को सबसे बड़े संकट में नजर आया। मौका भी साधारण नहीं था और घटना भी। वॉशिंगटन की कैपिटल बिल्डिंग में अमेरिकी कांग्रेस इलेक्टोरल कॉलेज को लेकर बहस कर रही थी और इसी बहस के बाद प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन की जीत की ऑफिशियल और लीगल पुष्टि की जानी थी। इसी दौरान मौजूदा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थकों ने हजारों की तादाद में प्रदर्शन शुरू कर दिया।
ट्रम्प समर्थक कैपिटल बिल्डिंग के भीतर दाखिल हो गए और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव रद्द करने की मांग करने लगे। इस दौरान वे हिंसक हो उठे और उन्हें रोकने के लिए नेशनल गार्ड्स को एक्शन में आना पड़ा। ब्रिटिश अखबार डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कैपिटल बिल्डिंग में प्रदर्शन के दौरान एक महिला को गोली लग गई। जिसकी अस्पताल में मौत हो गई।
बिल्डिंग से फायरिंग की आवाजें भी सुनी गईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कैपिटल बिल्डिंग के पास एक विस्फोटक डिवाइस भी मिली है। जिस वक्त ट्रम्प समर्थक कैपिटल बिल्डिंग में दाखिल हो रहे थे, उस दौरान यूएस के सांसदों को गैस मास्क पहनने को कहा गया, क्योंकि प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सुरक्षा बलों को आंसू गैस भी छोड़नी पड़ी। आंदोलनकारी बिल्डिंग के भीतर दाखिल हो रहे थे, ऐसे में अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों ने अपनी बंदूकें भी निकाल ली थीं, ताकि हालात बिगड़ने पर उन्हें काबू किया जा सके।
वॉशिंगटन में कर्फ्यू की घोषणा
हिंसक प्रदर्शनों के बाद कैपिटल बिल्डिंग को अब सुरक्षित कर लिया गया है। एहतियातन वॉशिंगटन में कर्फ्यू लगाने की घोषणा की गई है। अधिकारियों का कहना है कि कर्फ्यू गुरुवार सुबह तक लागू रहेगा। ट्विटर और फेसबुक ने इस बीच ट्रम्प का वीडियो और फोटो हटा दिया है।