बड़ी खबर : बदायूं में मंदिर गई आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री के साथ निर्भया जैसी दरिंदगी जननांग को रॉड से क्षतविक्षत कर मार डाला, आरोपी महंत पर 50 हजार का इनाम, ड्राइवर गिरफ्तार
महिला की पसिलयां और पैर तोड़े फेफड़े भी पाड़ डाले, दरिंदगी के आरोपी महंत और उसके चेले के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज, सभी फरार, पुलिस ने महंत और चेलों को भगाने में की मदद अब पकड़ने के लिए डाल रही छापे

बदायूं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बदायूं में निर्भया कांड से भी भयानक दरिंदगी भरा कांड कर डाला दरिंदों ने। यह कांड भयावहता में इसलिए भी सारी हदें पार करने वाला है क्योंकि इसके आरोपी एक मंदिर के महंत और उसके चेले हैं। बदायूं की इस महिला से कथित आरोपियों ने उस समय दरिंदगी और हैवानियत की सारी हदें पार कर दी जब वह पूजा की थाल लेकर मंदिर गई हुई थी। इस महिला का दरिंदों ने सिर्फ चीर हरण ही नहीं किया बल्कि हवस बुझाते समय उसके बदन को कुत्तों की तरह नोंच कर उसे मार डाला। उसके फेफड़े फाड़ डाले। उसकी पसली तोड़ दी। उसके जननांग को लोहे से क्षत विक्षत कर डाला। हैवान महंत और उसके चेले फरार हैं। वह आंगनबाड़ी में सेविका थी। पुलिस की भूमिका भी इस मामले में कम हैरान करने वाली नहीं है।
सूचना मिलने के कई घंटे बाद थानेदार को घटनास्थल पर पहुंचने का मौका मिला। पुलिस ने पहले घटना को छिपाना चाहा मगर जब मामला मीडिया तक पहुंचा तो 18 घंटे बाद महिला का पोस्टमार्टम कराकर अपने ड्यूटी की खानापूरी की। लोगों के कहने के बाद भी इस जघन्य कांड के आरोपियों पर एफआईआर तब दर्ज की गई जब वे घटना स्थल से भाग गए। उन्हें इसके लिए पुलिस ने पूरा मौका दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो हैवानियत सामने आई है वह रूह कंपा देने वाली है। अब जिम्मेदार अफसर एक दूसरे पर दोषारोपण कर रहे हैं और मुंह छिपाए फिर रहे हैं। बदायूं के उघैती इलाके में धर्मस्थल के महंत बाबा सत्यनारायण, उसके चेले व कार ड्राइवर पर आंगनबाड़ी सहायिका की दरिंदगी के बाद हत्या का आरोप लगा है, घंटों आसपास मौजूद रहने के बाद बरेली के आंवला इलाके का रहने वाला आरोपी महंत फरार हो गया है, पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
खौफनाक वारदात का शिकार हुई आंगनबाडी महिला बदायूं में उघैती थाना क्षेत्र के एक गांव में रहती थी। वह पास के एक धर्मस्थल में हर रोज पूजा को जाती थी। मंदिर का महंत सत्यनारायण बरेली के आंवला इलाके के गांव मझपुरी का रहने वाला था। रविवार को भी 50 वर्षीय महिला धर्मस्थल पर गई थी। इसके बाद वह गायब हो गई। घरवालों को उसके साथ अनहोनी की जानकारी तब हुई, जब धर्मस्थल का महंत सत्यनारायण, उसका चेला वेदराम व बोलेरो ड्राइवर जगपाल गाड़ी से उसकी लाश को घर के सामने फेंककर भाग गए। मृतका के बेटे ने मीडिया को बताया कि उसने मां की हत्या की जानकारी तुरंत ही थाना उघैती में दी और महंत, चेला व उसके कार ड्राइवर जगपाल के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने को तहरीर दी मगर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
थाना प्रभारी घंटों बाद मौके पर पहुंचे। शुरू में पुलिस मामला दबाने की कोशिश करती रही। इलाके के लोग जुटना शुरू हुए तो 18 घंटे बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। पता ये भी लगा है कि घर के बाहर लाश फेंकने से पहले से महंत आंगनबाड़ी कार्यकत्री को चंदौसी भी ले गया था। वहां किसी अस्पताल ने उसे भर्ती नहीं किया तो शव को घर के बाहर उतार गया। इसके बाद वह घंटों धर्मस्थल पर चेलों के साथ मौजूद रहा मगर पुलिस ने मौके पर जाकर उससे पूछताछ तक करना मुनासिब नहीं समझा।
थाना प्रभारी रावेंद्र प्रताप सिंह ने परिजनों की फरियाद सुनना तो दूर घटनास्थल का मौका मुआयना तक नहीं किया। महिला डॉक्टर समेत तीन डॉक्टरों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम किया तो दरिंदगी के बाद हत्या की सच्चाई सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक, महिला के जननांग में गंभीर इंजरी पाई गई है। रिपोर्ट के मुताबिक उसके शरीर में रॉड जैसी कोई चीज बल पूर्वक डाली गई है। पसली और पैर भी तोड़े गए थे। हैवानियत इस कदर की गई थी कि फेफड़ा भी फट गया था। लोगों का बढ़ता दबाव देखकर नक्कारी पुलिस ने आरोपी महंत बाबा सत्यनारायण, चेला वेदराम व ड्राइवर जसपाल के खिलाफ दरिंदगी के बात हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली मगर उन्हें भगाने में पूरा सहयोग भी किया।
एसएसपी संकल्प शर्मा ने लापरवाह थानाध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप को निलंबित किया है। पुजारी ने पुलिस वालों को बयान दिया था कि महिला की मौत कुएं में गिरने से हुई है। इसी कोे आधार मानकर पुलिस जांच कर रही थी। लेकिन जब कुएं का मुवायना किया गया तब पता चला कि वहां उस कुएं में कूदना तो दूर वहां तक पहुंचना भी मुश्किल है। यही से पुजारी सक के दायरे में आया, उसके बाद महंत और चेला व ड्राइवर के खिलाफ गैंगरेप के बाद हत्या की धाराओं में केस दर्ज किया।
यूपी के आंगनबाडी वर्कर से हैवानियत व हत्या कर भागे महंत बाबा सत्यनारायण पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया है। लखनऊ-दिल्ली तक राजनीति गरमाने के बीच बदायूं प्रशासन ने पीड़ित परिवार की मदद में हाथ आगे बढ़ाए है। डीएम कुमार प्रशांत ने एसएसपी संकल्प शर्मा के साथ गांव जाकर परिवार से बात की। साथ ही ऐलान किया गया कि लक्ष्मीबाई नारी सम्मान योजना के तहत परिवार को 10 लाख की मदद, बेटियों को कन्या सुमंगला योजना का लाभ व विभागीय बीमा के 70 हजार मिलेंगे। एडीजी जोन बरेली अविनाश चंद्र ने भी उघैती पहुंचकर मौके की जांच की और पुलिस को आरोपियों के खिलाफ कडी कार्रवाई के निर्देश दिए। इस बीच खबर है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने फरार महंत को पकड़ने के लिए एसटीएफ को भी मैदान में उतार दिया है। इधर पुलिस ने महंत के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है।