शोध में खुलासा : कोरोना वायरस के तीन अलग-अलग टाइप कर रहे हैं लोगों पर असर

- न्यूयॉर्क में महामारी फैलाने वाले वायरस का प्रकार यूरोप से आया था
नई दिल्ली। अमेरिका के माउंट सिनाई अस्पताल के जीनोम पर आधारित शोध में खुलासा हुआ कि कोरोना के तीन प्रकार ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। इसके तीनों टाइप टाइप ए, टाइप बी और टाइप सी कैटेगरी हैं। जो लोगों में संक्रमण का कारण बनी हुयी है। साथ ही शोध में यह भी बताया गया कि अमेरिका के न्यूयॉर्क में कोरोना वायरस के जिस प्रकार ने कोहराम मचाया हुआ है वह यूरोप से आई है। इसके अलावा अमेरिका के ही पश्चिम चीन से आई कोरोना की नस्ल ने कोहराम मचाया हुआ है। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों तो ये तीनों वायरस के प्रकार आज पूरी दुनिया को महामारी के संकट में लाए हुए हैं।
शोधकर्ताओं का ये भी मानना है कि इसी वायरस का बदला हुआ रूप टाइप बी है। इसकी वजह से भी चीन में हजारों लोगों की जान गई है। टाइप बी भी यहां के बाद यूरोप, दक्षिण अमेरिका और कनाडा तक जा पहुंचा। टाइप सी की बात करें तो इसने सिंगापुर, इटली और हांगकांग में हजारों की जान ली है। हालांकि शोधकर्ता मानते हैं कि अमेरिका में सबसे अधिक मरीज टाइप ए कोरोना वायरस से संक्रमित हैं जो चीन से दूसरे देशों से होता हुआ अमेरिका में पहुंचा था।
डेली मेल की खबर के मुताबिक यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का मानना है कि यह वायरस पहले चमगादड़ से पैंगोलिन जैसे किसी जानवर में फैला था। इसके बाद ये वहां के मीट मार्केट से होता हुआ चीन के वुहान में पहुंचा और इंसानों को संक्रमित किया। शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस की इस नस्ल को यूनिवर्सिटी नस्ल को ‘टाइप ए’ करार दिया है। उनके मुताबिक यह वायरस ज्यादा दिनों तक चीन में नहीं रहा। इसके बाद ये ये जापान, आस्ट्रेलिया और अमेरिका में पहुंचा। इसके मुताबिक इसकी शुरुआत क्रिसमस के आसपास हुई।